मुजफ्फरनगर : मीरापुर विधानसभा उपचुनाव का नतीजा अब सामने आने लगा है। मीरापुर वही सीट है, जहां 20 नवंबर को मतदान के दौरान जमकर हंगामा हुआ था। ककरौली थाना क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को पिस्टल तक लहरानी पड़ी थी। इस घटना को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रशासन पर आरोप लगाया था कि वो सपा के वोटर्स को मतदान से रोकने की कोशिश कर रहा था। इस चुनावी गहमागहमी और विवादों के बीच आज वोटों की गिनती जारी है और रुझानों ने दिलचस्प मोड़ ले लिया है।
काउंटिंग का दौर : RLD को मिली बढ़त
सुबह 8 बजे से मीरापुर में वोटों की गिनती शुरू हो चुकी थी। पहले राउंड की गिनती के बाद, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोक दल (RLD) ने बढ़त बनाई है। आरएलडी उम्मीदवार मिथिलेश पाल सपा की सुम्बुल राणा से लगभग 2500 वोटों से आगे चल रहे हैं। सपा की सुम्बुल राणा इस समय पीछे चल रही हैं, जबकि अन्य उम्मीदवार जैसे आजाद समाज पार्टी के जाहिद हुसैन और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के शाहनजर भी इस मुकाबले में बने हुए हैं, लेकिन उनका रुझान फिलहाल कम है।
हंगामे के बाद 60 प्रतिशत मतदान
मीरापुर उपचुनाव में बुधवार, 20 नवंबर को सुबह 7 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक मतदान हुआ था। इस दौरान ककरौली इलाके में विवाद गहरा गया था, जब मुस्लिम समुदाय के मतदाता आरोप लगा रहे थे कि उन्हें मतदान से रोका जा रहा है। विरोध के रूप में उन्होंने सड़क पर जाम भी लगा दिया था। इससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी, जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया था और कुछ युवकों ने पुलिस पर पथराव किया। इसके बावजूद, चुनाव में करीब 60 प्रतिशत मतदान हुआ, जो इस इलाके में एक अच्छा आंकड़ा माना जा रहा है।
मीरापुर का चुनावी समीकरण
मीरापुर विधानसभा सीट पर जातीय समीकरण अहम भूमिका निभाते हैं। इस सीट पर मुस्लिम मतदाता एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में उभरते हैं, जो करीब 40 प्रतिशत हैं। इसके अलावा, जाट और गुर्जर मतदाता भी यहां निर्णायक भूमिका निभाते हैं। त्यागी, पाल और दलित मतदाता भी परिणाम को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण साबित होते हैं। इस चुनाव में मुस्लिम उम्मीदवारों का दबदबा दिख रहा है, जैसे कि सपा की सुम्बुल राणा और अन्य दलों के मुस्लिम उम्मीदवार भी इस बार चुनाव मैदान में हैं।
कौन होगा जीतने वाला
इस सीट पर पिछले चुनावों का ट्रेंड यह रहा है कि बाहरी उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। इस बार भी राष्ट्रीय लोक दल (RLD) और समाजवादी पार्टी (SNP) के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है। जहां RLD को अब तक बढ़त मिली है, वहीं सपा अपनी पूरी ताकत से चुनावी मैदान में है। यह देखना दिलचस्प होगा कि अगले कुछ घंटों में इस मुकाबले का रुझान किस ओर मोड़ लेता है।
मीरापुर की यह उपचुनाव सीट ना केवल चुनावी समीकरण बल्कि स्थानीय विवादों और प्रशासनिक मुद्दों की वजह से भी महत्वपूर्ण बन गई है। अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि आखिरकार इस सीट पर विजय का परचम कौन लहराएगा।
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