Ranchi: राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत प्रारंभिक शिक्षा को मजबूत करने की दिशा में झारखंड सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। राज्य के करीब 35,000 विद्यालयों में अध्ययनरत 8 लाख विद्यार्थियों की बुनियादी साक्षरता एवं संख्याज्ञान (Foundational Literacy and Numeracy – FLN) को बेहतर बनाने के लिए ‘मेरा विद्यालय निपुण, मैं भी निपुण’ नामक विशेष अभियान की शुरुआत की जा रही है।
इस महत्वाकांक्षी पहल का उद्देश्य प्रारंभिक कक्षाओं में बच्चों के सीखने के प्रतिफल में गुणात्मक सुधार लाना और राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के लक्ष्यों को प्रभावी ढंग से लागू करना है।
गुणवत्ता शिक्षा के लिए हुई उच्चस्तरीय बैठक
इस संबंध में आज गुणवत्ता शिक्षा के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अविनव कुमार की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण राज्यस्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्य के सभी जिलों के सहायक जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (ADPO) शामिल हुए।
बैठक में अधिकारियों को ‘मेरा विद्यालय निपुण, मैं भी निपुण’ अभियान के सफल क्रियान्वयन, निगरानी प्रणाली और लक्ष्य प्राप्ति के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। डॉ. कुमार ने अभियान को समयबद्ध एवं प्रभावी ढंग से लागू करने पर जोर दिया।
FLN को मजबूत करने का व्यापक उद्देश्य
‘मेरा विद्यालय निपुण, मैं भी निपुण’ अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि बच्चे न केवल बुनियादी साक्षरता (पढ़ना-लिखना) बल्कि गणना जैसी संख्या ज्ञान क्षमताएं भी विकसित करें। यह पहल न केवल शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाएगी, बल्कि बच्चों को भविष्य की कक्षाओं के लिए बेहतर तैयार भी करेगी।
राज्य में शिक्षा क्रांति की नई शुरुआत
यह अभियान राज्य में शिक्षा सुधारों की एक नई दिशा और ऊर्जा को दर्शाता है। बुनियादी शिक्षा को मजबूत कर, सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि हर बच्चा निपुण बने और शिक्षण संस्थान गुणवत्तापूर्ण अधिगम के केंद्र बनें।
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