नई दिल्ली : दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने पाकिस्तान में अपने 25 साल पुराने ऑपरेशन को बंद करने का फैसला किया है। यह निर्णय कंपनी द्वारा वैश्विक स्तर पर कर्मचारियों की बड़े पैमाने पर छंटनी की योजना के तहत लिया गया है। पाकिस्तान में माइक्रोसॉफ्ट के कंट्री हेड जाव्वाद रहमान ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि कंपनी का यह कदम परिचालन मॉडल में बदलाव का हिस्सा है।
क्या है मामला
माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान में अपना ऑफिस करीब ढाई दशक पहले शुरू किया था। लेकिन अब कंपनी इसे बंद करने जा रही है। बताया जा रहा है कि यह फैसला कंपनी के वैश्विक पुनर्गठन के तहत लिया गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट वैश्विक स्तर पर अपने 4 प्रतिशत वर्कफोर्स यानी लगभग 9,000 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है।
Microsoft Pakistan : ग्राहकों पर नहीं पड़ेगा असर
कंपनी की ओर से कहा गया है कि पाकिस्तान में ऑफिस बंद होने के बावजूद वहां की सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। माइक्रोसॉफ्ट के प्रवक्ता ने एक इंटरनेशनल रिपोर्ट में कहा, ‘हम अपने ऑपरेटिंग मॉडल में बदलाव कर रहे हैं, लेकिन इससे पाकिस्तान में कस्टमर एग्रीमेंट और सेवाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा’। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह पाकिस्तान के ग्राहकों को नजदीकी ऑफिसों से सेवा देती रहेगी, जैसा कि वह अन्य देशों में भी करती आ रही है।
आर्थिक अस्थिरता बड़ी वजह
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान में पिछले कुछ वर्षों से राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक संकट गहराता जा रहा है। विदेशी निवेशकों के लिए वहां पर काम करना अब पहले जितना आसान नहीं रहा। ऐसी स्थितियों में मल्टीनेशनल कंपनियां, खासकर टेक्नोलॉजी क्षेत्र की कंपनियां, अब वहां से अपने ऑपरेशन समेटने लगी हैं। माइक्रोसॉफ्ट का यह कदम भी इसी दिशा में देखा जा रहा है।
Microsoft Pakistan : एआई की ओर बढ़ते कदम
माइक्रोसॉफ्ट फिलहाल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में बड़े स्तर पर निवेश कर रही है। ऐसे में कंपनी अपने संसाधनों और कर्मचारियों की तैनाती उसी दिशा में कर रही है। यह माना जा रहा है कि छंटनी और ऑफिस बंद करने की प्रक्रिया उसी रणनीति का हिस्सा है।
पाकिस्तान में चिंता की लहर
माइक्रोसॉफ्ट के इस फैसले को पाकिस्तान में आर्थिक मोर्चे पर झटका माना जा रहा है। देश के पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने इसे “आर्थिक बर्बादी का संकेत” बताया है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय देश के आर्थिक भविष्य को लेकर गंभीर चिंता पैदा करता है।
पाकिस्तान को बड़ा झटका
माइक्रोसॉफ्ट का पाकिस्तान से निकलना केवल एक ऑफिस बंद करने की खबर नहीं है, बल्कि यह उस व्यापक वैश्विक रणनीति का हिस्सा है जिसमें कंपनियां अपनी लागत, सेवाएं और निवेश प्राथमिकताओं को फिर से तय कर रही हैं। पाकिस्तान जैसे अस्थिर अर्थव्यवस्था वाले देशों के लिए यह एक चेतावनी भी है कि उन्हें निवेशकों का भरोसा बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।