पटना : बिहार के चर्चित निलेश मुखिया हत्याकांड से जुड़ी एक और बड़ी घटना सामने आई है। पटना के मरीन ड्राइव इलाके में एक अपराधी शाहनवाज की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। उसे गोलियों से भून दिया गया और यह घटना शहर में अपराधियों के बढ़ते दुस्साहस को एक बार फिर उजागर कर रही है।
शाहनवाज का आपराधिक इतिहास
मृतक शाहनवाज का आपराधिक इतिहास रहा है। पुलिस ने घटनास्थल से तीन खोखा बरामद किया है। शाहनवाज पर हत्या, डकैती और गैंगवार से जुड़े कई मामले दर्ज थे। वह निलेश मुखिया हत्याकांड का मुख्य आरोपी था और उस पर कई गंभीर आरोप थे। शनिवार को जब वह कोर्ट में पेशी के लिए जा रहा था, तो अपराधियों ने निशाना बनाकर उसकी हत्या कर दी।
कोर्ट जाने के दौरान हत्या
पुलिस के मुताबिक, शाहनवाज को यह जानकारी थी कि वह कोर्ट जा रहा है और अपराधियों ने पहले से ही उसकी रेकी कर ली थी। जैसे ही वह अपने दोस्त कैफ के साथ स्कूटी पर सवार होकर कोर्ट की ओर जा रहा था, सुलतानगंज इलाके में पहुंचते ही अपराधियों ने अंधाधुंध गोलियां चला दीं।
गोलियों से हमला : सिर और पीठ में गोली मारी गई
कैफ ने बताया कि अपराधियों ने शाहनवाज पर करीब 6-8 गोलियां चलाईं। पहली गोली शाहनवाज की पीठ में लगी, जिससे वह गिर पड़ा। इसके बाद अपराधियों ने उसके सिर में सटा कर दो गोलियां मारीं और फिर हवाई फायरिंग करते हुए फरार हो गए। गोली लगने के बाद शाहनवाज को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो चुकी थी।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। पुलिस आसपास के कैमरों से वीडियो एकत्र कर रही है और अपराधियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। फिलहाल पुलिस ने शाहनवाज के हत्यारों की तलाश शुरू कर दी है और उनकी गिरफ्तारी के लिए विभिन्न दिशा-निर्देशों पर काम कर रही है। पुलिस ने मौके से तीन खोखे बरामद किए हैं और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
पुलिस बयान
मनोज कुमार, थाना प्रभारी, सुल्तानगंज ने बताया, ‘अभी जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान के आधार पर आरोपियों की तलाश जारी है। मौके से तीन खोखा बरामद किया गया है। सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों की सहायता से मामले की जांच की जा रही है’।
निलेश मुखिया हत्याकांड से जुड़ी साजिश
यह हत्या निलेश मुखिया हत्याकांड से जुड़ी हुई बताई जा रही है। 2023 में बीजेपी नेता और पार्षद पति निलेश मुखिया की हत्या कर दी गई थी और पुलिस जांच में सामने आया था कि हत्या के पीछे जमीन विवाद था। निलेश मुखिया की हत्या के लिए 7 करोड़ की कीमत वाली ज़मीन को लेकर विवाद हुआ था। इस मामले में पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिसमें झारखंड से मुख्य साजिशकर्ता गोरख राय का नाम सामने आया था और उसे गिरफ्तार किया गया था। गोरख राय ने खुलासा किया था कि निलेश मुखिया की हत्या के लिए शूटरों को 25 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी।
पटना में बढ़ते अपराध और कानून-व्यवस्था पर सवाल
शाहनवाज की हत्या ने पटना में अपराधियों के दुस्साहस को और उजागर कर दिया है। यह घटना कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े करती है और यह दर्शाता है कि अपराधियों के बीच कोई डर नहीं है। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी जल्दी आरोपी पकड़ पाती है और पटना में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण पाती है।