पटना : आज मुस्लिम समुदाय ने पूरे जोश और उल्लास के साथ ईद-उल-फित्र का त्योहार मनाया। बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में हजारों की संख्या में नमाजियों ने सामूहिक रूप से ईद की नमाज अदा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी ईद की नमाज में शरीक हुए और उन्होंने समाज के सभी लोगों को ईद की मुबारकबाद दी।
मुख्यमंत्री ने दी मुबारकबाद और दुआ मांगी
गांधी मैदान में सुबह 7:30 बजे मुस्लिम समाज के लोग इकट्ठा होकर नमाज अदा करने के लिए पहुंचे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस मौके पर वहां पहुंचे और अपनी पारंपरिक टोपी पहनकर नमाज अदा की। उन्होंने नमाज के बाद हाथ उठाकर दुआ मांगी और साथ ही प्रदेश और देशवासियों को ईद की हार्दिक मुबारकबाद दी। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ईद के इस मुबारक मौके पर प्रदेश एवं देशवासियों को खासकर मुस्लिम भाई-बहनों को शुभकामनाएं। खुदा इस दिन हम सब पर अपनी रहमतें बरसाए और राज्य में सुख, शांति और समृद्धि लाए’।
राज्यपाल ने भी दी शुभकामना
ईद के अवसर पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने भी सोशल मीडिया पर एक संदेश जारी किया। उन्होंने देशवासियों और बिहारवासियों को ईद की बधाई देते हुए लिखा, ‘ईद-उल-फित्र का त्योहार हमें आत्मसंयम, त्याग और उदारता का संदेश देता है। मेरी कामना है कि यह पर्व सबके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लेकर आए। आइए हम इस अवसर पर सभ्य, सद्भावनापूर्ण और समावेशी समाज के निर्माण का संकल्प लें’।
सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
पटना में ईद-उल-फित्र के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। गांधी मैदान और आसपास के क्षेत्रों में विशेष सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। 425 से अधिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी, जबकि पुलिस बल ने हर चौक-चौराहे पर निगरानी रखी। खासकर मस्जिदों और अन्य धार्मिक स्थलों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया था। इस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण लोगों ने बिना किसी डर और चिंता के नमाज अदा की।
मसौढ़ी में भी ईद की धूम
पटना के अलावा मसौढ़ी में भी ईद की नमाज बड़े धूमधाम से अदा की गई। गांधी मैदान में सामूहिक रूप से नमाज अदा करने के बाद नमाजियों ने मुल्क की सलामती और अमन-चैन की दुआ की। मसौढ़ी अनुमंडल के पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए पूरी टीम को मुस्तैद किया। यहां तक कि सबसे पहले तारेगना ईदगाह पर सुबह 6:30 बजे नमाज अदा की गई। इसके अलावा, पुरानी बाजार मस्जिद में भी नमाज अदा की गई।
सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध
मसौढ़ी में भी सुरक्षा को लेकर खास इंतजाम किए गए थे। अनुमंडल पुलिस प्रशासन ने 37 स्थानों पर पुलिस और मजिस्ट्रेट की तैनाती की थी। इसके साथ ही, पूरे अनुमंडल में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही थी और पेट्रोलिंग को बढ़ा दिया गया था। खासतौर पर संगत पर और पुनपुन के डुमरी को अति संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया गया था।
संवेदनशील इलाकों में रखा गया खास ध्यान
मसौढ़ी अनुमंडल के पुलिस पदाधिकारी, नभ वैभव ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही थी। उन्होंने यह भी बताया कि सभी गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए अनुमंडल नियंत्रण कक्ष में सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा था, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।