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National Teacher Award 2025 : राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए जमशेदपुर के तीन शिक्षकों का जिला स्तर पर चयन

Jamshedpur three Teachers Name Selected at State level : राज्य कार्यालय को भेजे गए नाम, अब होगा राज्य स्तर पर अंतिम मूल्यांकन, शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान करने वाले शिक्षकों को मिलेगा सम्मान...

by Anand Mishra
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Jamshedpur (Jharkhand) : भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा हर वर्ष प्रदान किए जाने वाले राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 के लिए जिला स्तर पर स्क्रूटनी की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इस प्रक्रिया के तहत पूर्वी सिंहभूम जिले से तीन शिक्षकों के नामों को राज्य कार्यालय के पास अंतिम मूल्यांकन के लिए भेजा गया है।

जिला स्तर पर चयनित शिक्षक

  • विवेकानंद दारिपा : प्लस टू आदिवासी उच्च विद्यालय, बांगुड़दा।
  • रंजीता गांधी : प्राचार्य, सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बीपीएम प्लस टू उच्च विद्यालय, बर्मामाइंस।
  • अरविंद तिवारी : प्रधानाध्यापक, टांगराईन उत्क्रमित मध्य विद्यालय।

तीनों शिक्षकों के कार्यों व उपलब्धियों की गहन समीक्षा करेगा राज्य स्तरीय विशेषज्ञ पैनल

इन तीनों नामों को अब राज्य स्तर पर गठित विशेषज्ञ पैनल के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा, जहां सभी जिलों से नामित शिक्षकों के कार्यों और उपलब्धियों की गहराई से समीक्षा की जाएगी। इसके बाद राज्य स्तर से तीन शिक्षकों के नाम राष्ट्रीय स्तर पर भेजे जाएंगे, जिनमें से चयनित शिक्षकों को 5 सितंबर शिक्षक दिवस के दिन राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जाएगा।

पहली बार दो नाम, तीसरी बार अरविंद तिवारी

इस वर्ष जिले से कुल चार शिक्षकों ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए आवेदन किया था, जिनमें से तीन का चयन हुआ है। विवेकानंद दारिपा और रंजीता गांधी का नाम पहली बार इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए भेजा गया है। जबकि अरविंद तिवारी का नाम तीसरी बार जिला स्तर से राज्य कार्यालय को भेजा गया है। यह दर्शाता है कि अरविंद तिवारी लगातार शैक्षणिक क्षेत्र में सशक्त और रचनात्मक योगदान कर रहे हैं।

शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति से मिलता है पुरस्कार

प्रत्येक वर्ष 5 सितंबर, भारत के पहले उपराष्ट्रपति और महान शिक्षाविद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर केंद्र सरकार राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के माध्यम से उन शिक्षकों को सम्मानित करती है, जिन्होंने पारंपरिक शिक्षा प्रणाली से इतर रचनात्मक और प्रभावी शिक्षण पद्धतियों को अपनाकर छात्रों के जीवन में बदलाव लाने का प्रयास किया हो।पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों का मूल्यांकन लगभग 1000 से अधिक बिंदुओं के आधार पर किया जाता है, जिनमें शिक्षण में नवाचार, डिजिटल शिक्षा में योगदान, सामुदायिक सहभागिता, विद्यार्थियों की प्रगति जैसे पहलू शामिल होते हैं।

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