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UP बोर्ड की नई मार्कशीट में सुरक्षा फीचर्स, अब न तो फटेगी, न ही गलेगी

by Neha Verma
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प्रयागराज: उत्तर प्रदेश बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा के परिणामों की घोषणा जल्द होने वाली है। इस बार परीक्षा परिणाम के साथ जो मार्कशीट छात्रों को प्राप्त होगी, उसमें सुरक्षा के कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इन बदलावों के चलते अब यूपी बोर्ड की मार्कशीट न केवल अधिक सुरक्षित होगी, बल्कि इसे लेकर किसी भी तरह की धोखाधड़ी या छेड़छाड़ भी नहीं की जा सकेगी।

वाटरप्रूफ और फटने से सुरक्षित होगी मार्कशीट

यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने जानकारी दी कि इस बार की मार्कशीट में विशेष सुरक्षा फीचर्स शामिल किए गए हैं। यह मार्कशीट ना तो फाड़ने से फटेगी और न ही पानी में गलने के बाद खराब होगी। इसे पूरी तरह से वाटरप्रूफ बनाया गया है, जिससे यह काफी मजबूत और टिकाऊ होगी। पहले के मुकाबले, अब छात्रों को मिली मार्कशीट कहीं से भी छेड़छाड़ के योग्य नहीं रहेगी।

मार्कशीट के डिजाइन में कई बदलाव किए गए हैं, जिनसे यह और भी सुरक्षा के लिहाज से बेहतर हो गई है। खास बात यह है कि अगर कोई इसे फोटो कॉपी करेगा, तो उस पर “फोटोकॉपी” लिखा रहेगा, ताकि उसकी वास्तविकता का पता चल सके। इसके अलावा, अब मार्कशीट का आकार भी A-4 साइज कर दिया गया है, जो पहले से छोटा हुआ करता था।

धूप में दिखेगा लाल रंग, छांव में गायब होगा

इस बार यूपी बोर्ड की मार्कशीट में एक और खास फीचर जोड़ा गया है। मार्कशीट पर एक खास तरह का लोगो होगा, जो धूप में लाल रंग में दिखाई देगा, जबकि छांव में यह रंग गायब हो जाएगा। यह फीचर यह सुनिश्चित करता है कि मार्कशीट असली है और उसमें किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है।

ओवरराइटिंग की संभावना नहीं

मार्कशीट में सुरक्षा के कई ऐसे उपाय किए गए हैं, जिससे अब इस पर किसी भी प्रकार की ओवरराइटिंग नहीं की जा सकेगी। यूपी बोर्ड ने इसे इस तरह से डिज़ाइन किया है कि इसमें कोई बदलाव या छेड़छाड़ करना संभव नहीं होगा। इसके अलावा, इसमें कुछ खास सिक्योरिटी फीचर्स भी जोड़े गए हैं, जिनका पता केवल अल्ट्रावायलेट (UV) किरणों से ही चल सकेगा। यह फीचर यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी व्यक्ति मार्कशीट की नकल न कर सके।

इसके अतिरिक्त, मार्कशीट में वाटरमार्क और रेनबो पैटर्न जैसी विशिष्ट पहचान के संकेत होंगे, जो इसे पूरी तरह से पहचानने योग्य और अनूठा बनाते हैं। ये सुरक्षा तत्व यह सुनिश्चित करते हैं कि मार्कशीट को किसी भी तरह से नकली नहीं बनाया जा सकता।

यूपी बोर्ड की पहल

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने यह कदम अन्य शिक्षा बोर्डों की सुरक्षा फीचर्स को ध्यान में रखते हुए उठाया है। बोर्ड ने यह सुनिश्चित किया है कि छात्रों को मिलने वाली मार्कशीट पूरी तरह से सुरक्षित और प्रमाणिक हो। इस तरह के उपायों से न केवल छात्रों की मार्कशीट की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि भविष्य में किसी भी तरह की धोखाधड़ी या फर्जीवाड़े की संभावना भी खत्म हो जाएगी।

यूपी बोर्ड के इस कदम से छात्रों और अभिभावकों को यह विश्वास होगा कि उनकी मार्कशीट पूरी तरह से सुरक्षित और मान्यता प्राप्त है। यह कदम बोर्ड की ओर से की गई एक बड़ी पहल है, जो न केवल परीक्षा प्रणाली को बेहतर बनाता है, बल्कि छात्रों को एक सुरक्षित और भरोसेमंद शिक्षा प्रणाली प्रदान करता है।

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