Pakistan Cyber Attack News: भारत की जवाबी सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान अब कूटनीतिक और सैन्य मोर्चे पर बैकफुट पर आ चुका है। इसके बाद उसने एक नई रणनीति अपनाते हुए साइबर हमलों की दिशा में कदम बढ़ाया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से अब भारत के नागरिकों को टारगेट कर साइबर अटैक की कोशिशें की जा रही हैं। इस इनफॉर्मेशन वॉर के तहत दुश्मन भारत के आम लोगों की निजी जानकारी चुराने और आर्थिक नुकसान पहुंचाने की साजिश रच रहा है।
साइबर हमले का खतरा: व्यक्तिगत डेटा और बैंकिंग फ्रॉड का अंदेशा
साइबर सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो इन हमलों का सबसे बड़ा उद्देश्य नागरिकों के बैंक खाते, पहचान दस्तावेज़, पासवर्ड और लोकेशन जैसी जानकारी चुराना है। विशेष रूप से संदिग्ध लिंक, ईमेल, कॉल्स और व्हाट्सएप मैसेज के जरिए यह हमला किया जा रहा है।
विशेषज्ञों ने चेताया है कि ‘Dance of Hillary’ नाम की फाइल या किसी भी .exe फॉर्मेट वाली फाइल को गलती से भी न खोलें। ये फाइलें वायरस युक्त हो सकती हैं, जो आपके मोबाइल या कंप्यूटर को पूरी तरह हैक कर सकती हैं।
सरकार और एजेंसियां अलर्ट पर, लेकिन नागरिकों की सतर्कता ज़रूरी
भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसियां लगातार इन खतरों की निगरानी कर रही हैं। लेकिन डिजिटल सुरक्षा में नागरिकों की भागीदारी सबसे अहम मानी जा रही है। सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की सूचना cybercrime.gov.in पर दें।
क्या करें और क्या न करें: साइबर सुरक्षा के लिए दिशानिर्देश
करें:
केवल विश्वसनीय स्रोतों से ही लिंक और फाइल डाउनलोड करें।
अज्ञात नंबर या ईमेल से आई जानकारी को जांचें।
साइबर हमलों की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों या वेबसाइट पर दें।
एंटीवायरस सॉफ्टवेयर और फायरवॉल का उपयोग करें।
न करें:
किसी अनजान लिंक, कॉल या व्हाट्सएप फाइल पर क्लिक न करें।
.exe, .apk, या अजीब नाम वाली फाइलें न खोलें।
किसी संदिग्ध लिंक को फॉरवर्ड या शेयर न करें।
सोशल मीडिया पर बिना जांचे किसी भी खबर को वायरल न करें।
साइबर युद्ध की नई लड़ाई: हर भारतीय बने डिजिटल सिपाही
आज के दौर में युद्ध सिर्फ सरहद पर नहीं, बल्कि इंटरनेट और डेटा के मैदान में भी लड़ा जा रहा है। यह लड़ाई सिर्फ सरकार या सेना की नहीं है, बल्कि हर भारतीय की जिम्मेदारी है कि वह सतर्क, जागरूक और डिजिटल रूप से सजग बना रहे।