Palamu (Jharkhand) : जोनल आईजी सुनील भास्कर ने बुधवार को मेदिनीनगर एसडीपीओ कार्यालय का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के सभी थाना प्रभारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक भी की। आईजी ने पुलिस अधिकारियों को कई अहम दिशा-निर्देश जारी किए और उनके हर हाल में अनुपालन पर जोर दिया।
कमजोर ट्रायल पर होगी सख्त कार्रवाई
आईजी सुनील भास्कर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मुकदमों का ट्रायल कमजोर होने पर संबंधित थाना प्रभारी और अनुसंधानकर्ता (IO) की जिम्मेदारी तय की जाएगी और उन पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने विशेष रूप से नक्सली और अन्य गंभीर अपराधों से जुड़े मुकदमों की सुनवाई पर निगरानी रखने के लिए ई-प्रिजन ऐप के उपयोग पर बल दिया। उन्होंने बताया कि इस ऐप के कई फायदे होंगे, जिनमें यह जानकारी भी शामिल है कि किस इलाके में कितने मुकदमे दर्ज हैं, जिससे पुलिस अधिकारियों को आसानी से जानकारी मिल सकेगी।
आईजी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि नक्सली-अपराधी और बड़े अपराध के मामलों में मुकदमों का ट्रायल किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं पड़ना चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि अपराध में शामिल आरोपियों को सजा दिलवाने के लिए केस डायरी और मुकदमों का ट्रायल बेहतर होना चाहिए। गवाही के मामले में भी उन्होंने पुलिस अधिकारियों से पूरी संजीदगी और गंभीरता दिखाने को कहा।
पर्सनल डायरी और सीडी पार्ट-2 अपडेट करने का निर्देश
इसके अतिरिक्त, आईजी ने सभी थाना प्रभारियों को अपनी पर्सनल डायरी को अपडेट करने का निर्देश दिया। इस पर्सनल डायरी में मुकदमों की विस्तृत जानकारी दर्ज होगी। वहीं, अनुसंधानकर्ताओं को भी अपनी पर्सनल डायरी लिखने का निर्देश दिया गया। निरीक्षण के दौरान आईजी ने पाया कि दस्तावेज अपडेट थे, जिस पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया। साथ ही, उन्होंने सीडी पार्ट-2 को भी अपडेट करने का निर्देश दिया।
आईजी ने इस दौरान बताया कि मेदिनीनगर सदर एसडीपीओ मणिभूषण प्रसाद को उनके बेहतर कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। यह दर्शाता है कि पुलिस विभाग में जवाबदेही और उत्कृष्ट कार्य दोनों को प्राथमिकता दी जा रही है।Permalink: