Jamshedpur : पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा प्रखंड में मनरेगा के तहत संचालित बिरसा हरित ग्राम योजना के अंतर्गत विकसित आम बागवानी को अब विदेशी बाजार से जोड़ने की दिशा में अहम कदम उठाया गया है। इसके लिए पटमदा के आम का सैंपल कोलकाता भेजा गया है। जल्द ही पटमदा का आम एक्सपोर्ट होगा।
इस सिलसिले में एक प्रखंड स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें किसानों, सरकारी अधिकारियों, एनजीओ प्रतिनिधियों और निजी कंपनियों की सक्रिय भागीदारी रही। जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में आम उत्पादन का स्थायी आजीविका विकल्प के रूप में विकसित करने की रणनीति पर गहन विचार-विमर्श हुआ। अपर उपायुक्त भगीरथ प्रसाद, प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचल अधिकारी समेत विभिन्न पदाधिकारियों ने किसानों को उनकी उपज का उचित बाजार मूल्य दिलाने की दिशा में ठोस चर्चा की।
निर्यात की संभावनाएं खुलीं
सम्मेलन में मौजूद ऑल सीजन फार्म फ्रेश के प्रतिनिधियों ने बताया कि पटमदा में उत्पादित आम का सैंपल कोलकाता स्थित लैब में भेजा गया है। यदि गुणवत्ता मानकों पर खरा उतरा, तो आम को विदेशों में निर्यात करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। वहीं, सारन्या और Intet to Solution जैसे निजी साझेदारों ने 5 एकड़ क्षेत्र में उत्पादित संपूर्ण फसल को सीधा किसानों से खरीदने और उचित दाम देने का आश्वासन भी दिया।
स्थानीय स्तर पर वैल्यू एडिशन की योजना
सम्मेलन में आम की ग्रेडिंग, ब्रांडिंग, पैकेजिंग, वैल्यू एडिशन और लॉजिस्टिक्स से संबंधित आवश्यक ढांचे पर भी चर्चा की गई। उद्देश्य है कि किसान मध्यस्थों पर निर्भर न रहकर प्रत्यक्ष रूप से बाजार से जुड़ें और उनकी आय में वास्तविक वृद्धि हो। जिला प्रशासन का यह प्रयास राज्य सरकार की उस नीति के अनुरूप है, जिसका लक्ष्य है—कृषि आधारित योजनाओं को बाजार से जोड़कर किसानों की आमदनी को दोगुना किया जाए।