दरभंगा: बिहार के दरभंगा जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है। लापता युवक की मौत के बाद आक्रोश से भरे लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। लापता युवक की मौत की घटना से इलाके में भारी तनाव फैल गया और लोग सड़कों पर उतरकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारियों का गुस्सा इस हद तक बढ़ गया कि उन्होंने पुलिस की गाड़ी पर पथराव किया और वाहन के शीशे तोड़ दिए। लोगों के आक्रोश को देखकर पुलिसकर्मियों को जान बचाकर भागना पड़ा।
कहां और कैसे हुई घटना?
यह घटना दरभंगा के मब्बी थाना क्षेत्र के सिमरा निहालपुर गांव की है। 20 दिन पहले भोला राम नामक एक युवक अचानक लापता हो गया था। परिजनों ने उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने उनका आवेदन नकार दिया और एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया। इसके बाद भी परिवार वाले लगातार भोला राम की सकुशल बरामदगी की गुहार लगा रहे थे।
क्षत-विक्षत मिला था शव
लापता होने के करीब 10 दिन बाद भोला राम काफी खराब हालत में अलालपट्टी गुमटी के पास पड़ा मिला। उसके दोनों हाथ और पैर कटे हुए थे। इस काफी गंभीर अवस्था में युवक को इलाज के लिए डीएमसीएच (दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल) में भर्ती कराया गया, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
आक्रोशित लोगों का प्रदर्शन
भोला राम की मौत की खबर मिलते ही इलाके में आक्रोश फैल गया और लोग सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारी गुस्से में थे और उन्होंने सड़क पर टायर जलाने शुरू कर दिए। इसके बाद उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पुलिस की गाड़ी पर पथराव किया। इस हमले में पुलिस की गाड़ी का शीशा टूट गया और पुलिसकर्मियों को जान बचाकर वहां से भागना पड़ा।
पुलिस पर लगा लापरवाही का आरोप
प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान पुलिस प्रशासन की लापरवाही और भोला राम की हत्या के मामले में न्याय की मांग की। लोग उस समय और भी ज्यादा भड़क गए जब उन्होंने महसूस किया कि पुलिस ने उनके मामले को सही तरीके से नहीं लिया और लापता युवक के मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
सड़क जाम और पुलिस की प्रतिक्रिया
सड़क पर आक्रोशित लोगों का प्रदर्शन बढ़ते देख, विश्वविद्यालय थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस की कोशिश थी कि स्थिति को नियंत्रित किया जाए, लेकिन प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और उन्होंने पुलिस गाड़ी पर हमला किया। इस दौरान पुलिस को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा और गाड़ी में तोड़फोड़ के बाद पुलिस को वापस लौटना पड़ा।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
भोला राम की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनके लिए यह एक बड़ा आघात है और उनका गुस्सा पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर चरम पर है। परिवार वाले चाहते हैं कि इस जघन्य अपराध की जांच की जाए और दोषियों को सजा मिले। वे पुलिस की लापरवाही को लेकर भी सवाल उठा रहे हैं, खासकर उस वक्त जब उन्होंने 20 दिन पहले ही रिपोर्ट दर्ज करने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने उनकी मदद नहीं की।
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
इस घटना के बाद पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी की पहचान करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। हालांकि, पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है और मामले की जांच जारी है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि यह एक गंभीर मामला है और इस पर पूरी गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी।