चक्रधरपुर : झारखंड स्थित पश्चिमी सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित गुदड़ी थाना क्षेत्र के जतरमा गांव से पुलिस ने नदी किनारे पड़े तीन युवकों का क्षत-विक्षत शव बरामद किया है। घटना विगत रविवार की बताई जा रही है। तीनों शव को पुलिस ने बरामद कर बुधवार की सुबह चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया।
तीनों मृतक युवकों की पहचान हो गई है। इसमें तुलसी कुमार उर्फ तुलसी साह थाना पताही, ग्राम भकुरहिया, मोतिहारी बिहार का निवासी था, जबकि राकेश कुमार व रमेश कुमार थाना पुरनलिया, ग्राम कोल्हाआ ठिकाहा, जिला शिवहर (बिहार) के निवासी थे। इनमें राकेश कुमार व तुलसी कुमार साह शादीशुदा थे। वहीं राकेश कुमार साह व रमेश कुमार साह दोनों सगे भाई थे। लेकिन तीनों की हत्या किसने की? हत्या की वजह क्या थी? क्या हत्या में नक्सली शामिल हैं या ग्रामीण? बरहाल अब तक हत्या का कारणों का पता नहीं चल सका है. पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। इधर मृतकों के परिजन चक्रधरपुर पहुंच गए हैं, लेकिन वह भी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।
बंदगांव में रहते थे सात युवक, लगाते थे फेरी
तीनों फेरीवाले युवक बंदगांव प्रखंड कार्यालय के समीप एक किराये के कमरे में रहते थे। यहां रह कर सात युवक आसपास के ग्रामीण इलाकों में घूम-घूम कर फेरी लगाकर सामान बेचते थे। इनमें से तीनों रविवार को भी फेरी लगाने निकले थे, पर वापस नहीं लौटे। सोमवार को युवकों के अन्य साथियों ने खोजबीन शुरू की, साथियों द्वारा कई बार फोन किया गया, लेकिन युवकों का फोन नहीं लगा। तब उन्होंने देर शाम इसकी सूचना बंदगांव थाना की पुलिस को दी। बाद में एसपी के निर्देश पर मंगलवार को दोपहर में गुदड़ी, सोनुवा व बंदगांव थाना की पुलिस सीआरपीएफ के जवान के साथ जतरमा पहुंची और तीनों शवों को बरामद किया।
घटना के दिन चार युवक दूसरे गांव निकल गए
सातों युवक पिछले तीन-चार वर्षों से फेरी लगाकर सामान बेच रहे थे। इससे पहले ये खूंटी जिला में फेरी करते थे। घटना के दिन सातों युवक एक साथ फेरी लगाने के लिए जंगल की तरफ निकाले थे, लेकिन इनमें से चार युवक बीच रास्ते से दूसरे गांव की तरफ निकल गए। तीन युवक एक साथ सामान लेकर गुदड़ी थाना क्षेत्र के जतरमा चले गए। इस बीच तीनों के साथ मारपीट कर उनकी हत्या कर दी गई।
बेरहमी से मारा गया, गुप्तांग भी काट दिया
तीनों को रस्सी से बांस की सीढ़ी से बांध कर हत्या की गई। किसी का हाथ-पैर तोड़ दिया तो किसी का सिर कुचल दिया गया। यहां तक कि इनका गुप्तांग भी काट दिया गया। बाद में शव को जलाने का प्रयास किया गया। जिस तरह से हत्या की गई है, उससे साफ जाहिर है कि कम से कम इस हत्याकांड में दर्जनों लोग शामिल थे। जिस स्थान पर हत्या हुई है वह अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, इसलिए आशंका जताई जा रही है कि हो सकता है, इसमें नक्सली शामिल हों।
फेरी करने गए लोग स्क्रैच के माध्यम से बेचते थे सामान
कारोबारी साड़ी और कपड़े स्क्रैच के माध्यम से बिक्री करते थे। यह सभी सामान बिहार से लेकर आते थे और ग्रामीण क्षेत्र में घूम-घूम कर कपड़ा बेचते थें। पैसा दो स्क्रैच करो और सामान निकला तो मिलेगा, वरना नहीं। बताया जाता है कि ग्रामीण कारोबार के इस तरीके से काफी नाराज थे।
जांच टीम का हुआ गठन : SP
पश्चिमी सिंहभूम जिले के एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि चक्रधरपुर डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है। तीनों की हत्या मामले में विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जाएगी।