अयोध्या: रामनवमी के पर्व को लेकर अयोध्या में भव्य तैयारियां जोरों पर हैं। 6 अप्रैल को होने वाले रामनवमी के दिन भगवान राम का सूर्य की किरणों से तिलक किया जाएगा, जो एक अलौकिक और दिव्य आयोजन होगा। इस विशेष अवसर पर CBRI रुड़की के वैज्ञानिकों की टीम अयोध्या पहुंच चुकी है, जो इस तिलक के आयोजन से पहले ट्रायल करेगी।
सजाया जा रहा राम जन्मभूमि परिसर
राम जन्मभूमि परिसर को सजाने की तैयारी भी शुरू हो गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अस्थाई कैनोपी और दर्शन पथ पर मैट बिछाए जाएंगे, साथ ही 50 से अधिक पंखे और कूलर लगाए जाएंगे। पीने के पानी के लिए भी व्यापक व्यवस्था की जा रही है ताकि श्रद्धालुओं को गर्मी से राहत मिल सके।
रामलला का सूर्य तिलक और लाइव प्रसारण:
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा के मुताबिक, 6 अप्रैल को रामनवमी के दिन रामलला का सूर्य तिलक दोपहर 12 बजे होगा। इस दौरान भगवान राम का तिलक सूर्य की किरणों से किया जाएगा, जो 4 मिनट तक चलेगा। इस खास अवसर का लाइव प्रसारण पूरे देश और विदेश में किया जाएगा ताकि श्रद्धालु इसे अपने घर बैठे देख सकें।
सुबह 9.30 बजे होगी राम जनमोत्सव की शुरुआत
राम जन्मोत्सव की शुरुआत प्रातः 9:30 बजे से होगी, जब भगवान राम का अभिषेक शुरू होगा, जो 10:30 बजे तक चलेगा। इसके बाद कुछ देर के लिए पट बंद किए जाएंगे और फिर प्रभु का श्रृंगार होगा, जो 11:50 तक चलेगा। इसके बाद 56 भोग अर्पित किए जाएंगे, और ठीक 12 बजे सूर्य तिलक किया जाएगा।
28 मार्च को होगा सूर्य तिलक का ट्रायल:
रामलला के सूर्य तिलक की सही समय और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए CBRI रुड़की के वैज्ञानिक 28 मार्च को ट्रायल करेंगे। इस दौरान, वे विशेष उपकरणों का इस्तेमाल करके यह सुनिश्चित करेंगे कि सूर्य की किरणें सही तरीके से रामलला के मस्तक पर पड़ें।
तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप:
राम जन्मोत्सव के दिन पूरे राम जन्मभूमि परिसर को भव्य तरीके से सजाया जाएगा। विशेष लाइटिंग के साथ-साथ राम मंदिर के आस-पास के दर्शन पथ पर मैटिंग का काम शुरू कर दिया गया है। श्रद्धालुओं की अधिकतम सुविधा के लिए 200 टोटियां और कूलर लगाए जाएंगे। मंदिर परिसर में वाल्मीकि रामायण और रामचरित मानस का पारायण भी होगा, और यज्ञशाला में अनुष्ठान होंगे।
अंगद टीला परिसर में प्रसाद वितरण:
अंगद टीला परिसर में नि:शुल्क भोग प्रसाद बांटा जाएगा। इसके अलावा, रामकथा का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें अतुल कृष्ण भारद्वाज रामकथा सुनाएंगे।
सभी श्रद्धालुओं से अपील:
डॉ. अनिल मिश्रा ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे राम जन्मोत्सव के दिन अपने घर या मठ मंदिरों में लगाए गए एलईडी टीवी के माध्यम से भगवान राम के सूर्य तिलक के आयोजन का लाइव प्रसारण देखें। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसका वैज्ञानिक दृष्टिकोण भी दर्शाता है कि कैसे आधुनिक तकनीक के माध्यम से इस ऐतिहासिक और दिव्य क्षण को सुनिश्चित किया जा रहा है।