RANCHI (JHARKHAND): रांची नगर निगम सभागार में गुरुवार को राजस्व संवर्धन और संग्रहण प्रणाली को सशक्त बनाने हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप प्रशासक गौतम प्रसाद साहू ने की। यह प्रशिक्षण प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट और एमएस च्वाइस कंसल्टेंसी के सहयोग से संपन्न हुआ। कार्यक्रम के दौरान मेसर्स च्वाइस कंसल्टेंसी के प्रतिनिधियों ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रॉपर्टी टैक्स, ट्रेड लाइसेंस, वेस्ट यूजर चार्ज और वाटर टैक्स से जुड़ी जानकारी साझा की। साथ ही लोगों को दी जाने वाली छूट (रिबेट), फाइन, लंबित मामलों (पेंडेंसी), प्रारंभिक त्रुटियों के सुधार और जन-जागरूकता गतिविधियों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
कर संग्रहकर्ताओं ने रखी समस्या
कर संग्रहकर्ताओं ने फील्ड में आ रही समस्याओं को सामने रखा और सिस्टम को बेहतर बनाने के सुझाव दिए। उप प्रशासक ने निगम और एजेंसी के कर्मियों को टीमवर्क के तहत काम करने का निर्देश दिया ताकि कर संग्रहण प्रणाली अधिक पारदर्शी व प्रभावी बन सके। उन्होंने शत-प्रतिशत भवन जांच सुनिश्चित करने के लिए डोर-टू-डोर सर्वे की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही कहा कि वित्तीय वर्ष के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी लंबित मामलों का समयबद्ध निपटारा जरूरी है। उन्होंने वृहद स्तर पर इंफार्मेशन, एजुकेशन एंड कम्युनिकेशन एक्टिविटी चलाने पर जोर देते हुए कहा कि नागरिकों को समय पर टैक्स, फाइन और रिबेट की जानकारी मिलनी चाहिए ताकि वे समय से भुगतान कर सकें। कार्यक्रम में सहायक प्रशासक चंद्रदीप कुमार, निकेश कुमार, निहारिका तिर्की सहित नगर निगम के अधिकारी, कर संग्रहण एजेंसी व पीएमयू प्रतिनिधि उपस्थित रहे।