मोतिहारी :बिहार के मोतिहारी थाना की पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स की बरामदगी की है, जिसमें 16 करोड़ रुपये कीमत का स्मैक, चरस और गांजा शामिल हैं। यह सफलता पुलिस को गुप्त सूचना मिलने के बाद मिली, जिसके बाद लखौरा थाना की पुलिस ने दो महीने तक निगरानी रखने के बाद आरोपी भोला राय के घर पर छापेमारी की।
गुप्त सूचना से मिली जानकारी
पुलिस को जानकारी मिली थी कि छोटा पकही गांव का रहने वाला भोला राय ड्रग्स की तस्करी में लिप्त है। यह व्यक्ति इलाके में तेल व्यापारी के रूप में जाना जाता था, लेकिन असल में वह ड्रग्स के कारोबार में भी शामिल था। इस जानकारी के आधार पर लखौरा थाना पुलिस ने उसे ट्रैक किया और उसकी गतिविधियों पर नजर रखने की प्रक्रिया शुरू की।
भोला राय के घर की रहस्यमय बनावट
जब पुलिस ने भोला राय के घर पर छापेमारी की तो वहां की बनावट देखकर पुलिस के अधिकारी हैरान रह गए। नए घर की एक भी खिड़की में ग्रिल नहीं था और घर के पीछे एक गुप्त दरवाजा बना हुआ था। घर की बनावट इस तरह से की गई थी कि किसी भी आपात स्थिति में आरोपी या उसके परिवार के सदस्य खिड़की से भाग सकते थे।
जब पुलिस टीम घर में दाखिल हुई तो भोला राय के दोनों बेटे खिड़की से कूदकर फरार हो गए। इसके बावजूद पुलिस ने ड्रग्स की बड़ी खेप बरामद की, जिससे पूरे इलाके में हलचल मच गई।
बरामदगी और उसका मूल्य
पुलिस को इस छापेमारी के दौरान कुल 11 किलो स्मैक, 6 किलो चरस और गांजा बरामद हुआ। सिर्फ स्मैक की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 15 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसके अलावा 6 किलो चरस की कीमत डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक है। इस बरामदगी से मोतिहारी पुलिस की तस्करी और ड्रग्स के खिलाफ अभियान को एक बड़ी सफलता मिली है।
आगे की कार्रवाई
मोतिहारी पुलिस इस मामले में और भी गंभीर कार्रवाई करने के लिए तैयार है। आरोपियों के फरार होने के बावजूद पुलिस उनकी तलाश जारी रखे हुए है और इस मामले में अन्य आरोपी गिरफ्तार हो सकते हैं। पुलिस का कहना है कि यह छापेमारी ड्रग्स तस्करी के खिलाफ एक बड़ी पहल है और भविष्य में इस तरह के मामलों में और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना यह भी बताती है कि कैसे अपराधी अपने घरों को छिपाने और पुलिस से बचने के लिए चालाकी से डिजाइन करते हैं। पुलिस ने इस मामले में अपनी पूरी तत्परता दिखाते हुए इस बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है।
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