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JPSC: पहली बार ST अभ्यर्थी टॉपर, 34 आरक्षित वर्ग के छात्रों ने बिना आरक्षण पाया पद

यह परीक्षा न केवल आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए गर्व का विषय बनी है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि यदि अवसर समान हों, तो प्रतिभा किसी भी वर्ग तक सीमित नहीं रहती।

by Reeta Rai Sagar
ST candidate tops JPSC 2023; 34 reserved category candidates selected in unreserved seats
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रांची: JPSC: झारखंड में पहली बार झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) की सिविल सेवा परीक्षा में अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के अभ्यर्थी ने टॉप किया है। वहीं, राज्य प्रशासनिक सेवा के 88 अनारक्षित पदों में से 34 पद ऐसे उम्मीदवारों ने हासिल किए हैं जो आरक्षित वर्ग से तो आते हैं, लेकिन परीक्षा में उन्होंने आरक्षण का कोई लाभ नहीं लिया।

पहली बार इतिहास रचने वाले अभ्यर्थी

JPSC सिविल सेवा परीक्षा 2023 के परिणाम के अनुसार, आशीष अक्षत टॉप पोजीशन पर हैं, जिन्हें पुलिस सेवा के लिए चुना गया है। वहीं दूसरे स्थान पर अभय कुजूर हैं, जिन्हें राज्य प्रशासनिक सेवा में नियुक्ति मिली है। JPSC की संशोधित नियमावली के अनुसार, मेरिट क्रम सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के संयुक्त अंकों के आधार पर अभय कुजूर को राज्य प्रशासनिक सेवा का टॉपर माना जा सकता है।

243 पदों के लिए 2023 में हुई थी परीक्षा

2023 की परीक्षा कुल 243 पदों के लिए आयोजित की गई थी, जिसमें 207 पद राज्य प्रशासनिक सेवा के थे। इनमें से 88 पद अनारक्षित थे, जबकि शेष 118 पद आरक्षित वर्गों के लिए थे।
इन 88 अनारक्षित पदों में से 34 पर ऐसे उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जिन्होंने आरक्षित वर्ग से होने के बावजूद किसी तरह का आरक्षण लाभ (आयु सीमा छूट या शुल्क में राहत) नहीं लिया।

किस श्रेणी के कितने उम्मीदवार रहे सफल:
• ST (अनुसूचित जनजाति) – 5
• SC (अनुसूचित जाति) – 1
• OBC (पिछड़ा वर्ग) – 18
• EBC (अत्यंत पिछड़ा वर्ग) – 10

संशोधित नियमावली: बिना आरक्षण लाभ लिए चयन

पहले यह नियम था कि यदि कोई आरक्षित वर्ग का उम्मीदवार अनारक्षित उम्मीदवार के बराबर अंक लाता है तो उसे अनारक्षित श्रेणी में शामिल किया जाएगा। लेकिन विवादों के बाद इस नियम को बदला गया।
अब केवल उन्हीं अभ्यर्थियों को अनारक्षित पद पर नियुक्त किया जाएगा, जिन्होंने कोई भी आरक्षण लाभ नहीं लिया और सामान्य वर्ग के बराबर अंक प्राप्त किए।

बिना आरक्षण लाभ के सफल होनेवाले अभ्यर्थी:


• अभय कुजूर – ST
• गौतम गौरव – BC-2
• राहुल कुमार वर्मा – BC-1
• स्वाति केसरी – BC-2
• निहारिका रानी – BC-2
• राजीव रंजन – BC-1
• अंकित राज – BC-2
• राजेश कुमार – BC-2
• तेजस्वी कुमार जयसवाल – BC-2
• रमेश कुमार गुप्ता – BC-1
• सूर्य प्रकाश कुजूर – ST
• अनीष्का कुमारी – BC-1
• सोनम कुमारी – BC-1
• कमलकांत – BC-1
• आस्था रानी – BC-2
• केशव कुमार – BC-2
• जगदीप कुमार हेम्ब्रोम – ST
• दीपक कुमार बर्णवाल – BC-2
• प्रशांत – BC-1
• सुरभि कुमारी – BC-2
• सागर राम – BC-2
• खुर्शीद अंसारी – BC-1
• संदीप कुमार यादव – BC-2
• तनय कुमार – BC-2
• निशा कुमारी – BC-2
• दीप माला – BC-2
• निखिल कुमार सिंह – BC-1
• उपेन्द्र बेसरा – ST
• स्नेहा रानी – BC-2
• नवीन कुमार – BC-2
• मम्पी अधिकारी – BC-1
• जीतेन्द्र रजक – SC
• सूर्या कुमारी तिर्की – ST
• सूरज कुमार यादव – BC-2

JPSC के इस परिणाम ने झारखंड में समानता और प्रतिभा आधारित चयन की नई मिसाल पेश की है। यह परीक्षा न केवल आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए गर्व का विषय बनी है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि यदि अवसर समान हों, तो प्रतिभा किसी भी वर्ग तक सीमित नहीं रहती।

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