रांची : झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं, और इस बीच चुनाव आयोग ने आचार संहिता के उल्लंघन और चुनाव को प्रभावित करने वाले अवैध सामान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। राज्य की अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अब तक 163.20 करोड़ रुपये के अवैध कैश और सामानों की जब्ती की जा चुकी है।
आचार संहिता उल्लंघन के 47 मामले दर्ज
चुनाव आयोग ने अब तक आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में कुल 47 प्राथमिकी दर्ज की हैं। इनमें से सबसे ज्यादा मामले गढ़वा जिले से सामने आए हैं, जहां 24 मामले दर्ज किए गए हैं। रांची जिले में 5 मामले दर्ज किए गए हैं। डॉ. अरोड़ा ने बताया कि आयोग इस पर सख्ती से कार्रवाई कर रहा है और किसी भी प्रकार के नियमों के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पोस्टल बैलेट से मतदान में बढ़ोतरी
इस बार विधानसभा चुनाव में पोस्टल बैलेट से मतदान के लिए अभूतपूर्व संख्या में आवेदन आए हैं। अब तक कुल 2,60,814 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, जो पहले के किसी भी आम चुनाव से अधिक हैं। इस बार उम्मीद की जा रही है कि पोस्टल बैलेट से मतदान में महत्वपूर्ण बढ़ोत्तरी होगी। चुनाव आयोग का मानना है कि यह आंकड़ा एक सकारात्मक संकेत है और यह दर्शाता है कि लोग अब ज्यादा सक्रियता से चुनावी प्रक्रिया में भाग ले रहे हैं। पोस्टल बैलेट के आवेदन और मतदान की प्रक्रिया जारी है, और आयोग इसकी निगरानी कर रहा है।
मॉक पोल की शुरुआत, मतदान जागरूकता अभियान चुनाव आयोग ने मतदान के दिन की तैयारी के लिए मॉक पोल की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। डॉ. नेहा अरोड़ा ने बताया कि मतदान के दिन सुबह 5.30 बजे से मॉक पोल की प्रक्रिया शुरू होगी। सभी पोलिंग एजेंट इस दौरान अपने-अपने मतदान केंद्रों पर मौजूद रहेंगे।
इसके अलावा, निर्वाचन आयोग ने #VoteDeneChalo अभियान की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य मतदाताओं को जागरूक करना है। यह अभियान पूरे राज्य में 5 से 7 बजे तक सोशल मीडिया पर चलाया जाएगा। बीएलओ और बैग (बूथ स्तरीय जागरूकता समूह) के माध्यम से मतदान केंद्रों पर लोगों को चुनाव प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जाएगी।सोशल मीडिया पर सक्रियताइस अभियान के तहत निर्वाचन आयोग ने आम नागरिकों और मीडिया से भी अपील की है कि वे अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर #VoteDeneChalo के साथ मतदान जागरूकता से जुड़ी पोस्ट और सामग्री साझा करें। इस पहल से चुनावी प्रक्रिया के प्रति लोगों में जागरूकता और विश्वास बढ़ेगा।