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Ranchi Municipal Corporation : रांची नगर निगम के 3 प्रोजेक्ट से बदलने लगी राजधानी की तस्वीर

by Rakesh Pandey
Ranchi Municipal Corporation
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रांची : रांची नगर निगम के जिम्मे शहर के विकास के अलावा कई काम है। सफाई से लेकर रोड, नाली की समस्या भी निगम हल करता है। इसके अलावा शहर के लोगों को बेसिक सुविधाएं भी नगर निगम ही उपलब्ध कराता है। लेकिन साल 2024 शहर के लोगों लिए ठीक रहा है। रांची नगर निगम के 3 प्रोजेक्ट ने शहर की तस्वीर बदल दी है। जिसका परिणाम आने वाले समय में देखने को मिलेगा। वहीं इन प्रोजेक्ट्स से आए बदलाव ने लोगों की मानसिकता को भी बदलने का काम किया है।

झिरी में कचरे से शुरू हुआ बायोगैस का उत्पादन

रांची से 13 किलोमीटर दूर झिरी क्षेत्र के निवासियों को कचरे के पहाड़ से फैलने वाली बदबू और मच्छरों के प्रकोप से निजात मिल रही है। गेल इंडिया लिमिटेड ने यहां कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) और जैविक खाद उत्पादन के लिए एक प्लांट स्थापित किया है। इस प्लांट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2024 को ऑनलाइन किया था। गेल ने रांची के झिरी में आठ हेक्टेयर भूमि पर यह प्लांट स्थापित किया है। जहां हर दिन 150 टन गीले कचरे से 5000 किलोग्राम कंप्रेस्ड बायोगैस और 25 टीपीडी जैविक खाद का उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है।

हर दिन कचरे से गैस बनाई जा रही है। वहीं जमा कचरे को बायो रेमेडीएशन तरीके से डिस्पोज किया जा रहा है। बता दे कि रांची नगर निगम शहर से कचरा कलेक्ट कर गीला कचरा प्लांट को उपलब्ध करा रहा है। जिसे और बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। रांची से हर दिन 600 टन से अधिक कचरा निकलता है। वहीं झिरी स्थित कचरा डंपिंग यार्ड में लगभग 18 लाख टन कचरा जमा था। जिसका प्रोसेसिंग शुरू होने से बड़ी राहत मिली है।

बड़ा तालाब में बनाया गया सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट

रांची के बड़ा तालाब को अब गंदे नालों के पानी से बचाने के लिए 8.20 करोड़ रुपये की लागत से एक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) स्थापित किया गया है। एसटीपी का ट्रायल सफलतापूर्वक करने के बाद इसे चालू कर दिया गया है। जिससे कि तालाब में जल की गुणवत्ता सुधारने में मदद मिलेगी। इस तकनीक से पानी को ट्रीट कर तालाब में छोड़ा जाएगा।

वहीं तालाब गंदगी से मुक्त होगा और पानी में ऑक्सीजन की मात्रा भी बढ़ेगी। बता दें कि इस एसटीपी का निर्माण जेबीआर टेक्नोलॉजी द्वारा किया गया है। कंपनी पांच सालों तक इसका मेंटेनेंस करेगी। मतलब कंपनी पांच सालों तक इन मशीनों की देखरेख करेगी। जिससे कि किसी भी हाल में बड़ा तालाब में गंदे पानी को नहीं बहाया जाएगा।

कोकर डिस्टिलरी मार्केट से कम हुआ जाम

रांची नगर निगम ने शहर की ट्रैफिक समस्या से निजात दिलाने और अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए एक और कदम बढ़ाया है। लालपुर चौक से डिस्टलरी पुल के बीच सड़क किनारे लगने वाले चिकन, मछली और मटन मार्केट को हटाकर उन्हें डिस्टलरी पुल के पास बने नए वेंडर मार्केट में शिफ्ट कर दिया गया। दुकानों का शिफ्ट होना सड़क किनारे की सफाई और ट्रैफिक की समस्या को सुलझाने में एक बेहतर कदम साबित हुआ। इसके साथ ही लालपुर से डिस्टलरी पुल तक सड़क किनारे अब मांसाहारी दुकानों का कोई अतिक्रमण नहीं दिखता।

वहीं सैंकड़ों सब्जी वेंडर्स को भी मार्केट के ऊपर शेड बनाकर दुकानें आवंटित की गई। जिससे कि अब सड़क पर सब्जी बाजार नहीं लगता। बता दें कि पास में ही बिरसा मुंडा समाधि स्थल है, जहां कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम होते हैं। राज्यपाल और मुख्यमंत्री सहित उच्च अधिकारी आते हैं। पहले चिकन, मछली, मटन और सब्जी दुकानों के कारण वहां गंदगी और ट्रैफिक जाम की समस्या रहती थी। इस बदलाव से जाम की समस्या कम हो गई।

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