वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट किया कि टैरिफ के मुद्दे पर कोई देश ‘ऑफ द हुक’ नहीं होगा। उन्होंने यह बयान ऐसे समय में दिया जब कुछ दिन पहले अमेरिका ने एक गाइडलाइन जारी की थी, जिसमें स्मार्टफोन, कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट व कंपोनेंट को पारस्परिक टैरिफ से अस्थायी छूट दी गई थी।
हालांकि, रविवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने किसी भी प्रकार की टैरिफ छूट से इनकार किया और कहा कि इन उत्पादों को केवल ‘एक अलग टैरिफ बकेट’ में डाला गया है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि विशेष रूप से चीन को कोई रियायत नहीं दी गई है।
चीन को लेकर ट्रंप का कड़ा संदेश
राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा:
‘NOBODY is getting “off the hook” for the unfair Trade Balances, and Non-Monetary Tariff Barriers… खासकर चीन, जो सबसे ज़्यादा गलत व्यवहार करता है’।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शुक्रवार को घोषित कोई टैरिफ ‘एक्सेप्शन’ नहीं था और ये उत्पाद अब मौजूदा 20% फेंटानिल टैरिफ के अंतर्गत आते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर पर फिर होगी जांच
ट्रंप प्रशासन अब इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई चेन और सेमीकंडक्टर्स पर राष्ट्रीय सुरक्षा जांच की योजना बना रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि यह आवश्यक हो गया है कि अमेरिका अपने उत्पाद खुद बनाए, ताकि अन्य देशों पर निर्भरता समाप्त हो सके।
चीन पर विशेष ध्यान
चीन के साथ टैरिफ युद्ध और व्यापार असंतुलन को ट्रंप प्रशासन एक ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ का मामला मान रहा है। वर्तमान में, अमेरिका ने चीन पर टैरिफ बढ़ाकर 145% कर दिया है, जबकि जवाबी कार्रवाई में चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर 125% तक की दरें लागू कर दी हैं।
अमेरिका का रुख स्पष्ट : समान व्यवहार की नीति
व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति ट्रंप अब भी चीन के साथ व्यापार समझौते को लेकर आशावादी हैं, लेकिन यह भी स्पष्ट किया गया है कि चीन को पहले आगे आकर बातचीत की पहल करनी होगी।
ट्रंप ने अपने बयान में कहा ‘हम अब और दुर्व्यवहार नहीं सहेंगे। पिछले दशकों की तरह व्यापार में अब अमेरिका को नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि टैक्स और रेगुलेशन में कटौती के साथ एक “Golden Age” की शुरुआत हो रही है, जिसमें बेहतर नौकरियां और घरेलू निर्माण को प्राथमिकता मिलेगी’।