रांची : केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता कर कांग्रेस और उसके नेताओं पर तीखे हमले किए। उन्होंने कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को लोकतंत्र का अपमान करने और उसकी गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस पर आरोपों की बौछार
संजय सेठ ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास लोकतंत्र को कलंकित करने का रहा है। उन्होंने पंडित नेहरू से लेकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी तक को लोकतांत्रिक परंपराओं के उल्लंघन का जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने संसद सत्र के दौरान मकर द्वार पर हुए घटनाक्रम को “लोकतंत्र का अपमान” बताया। सेठ ने कहा, “लोकतंत्र लोकलाज से चलता है, लेकिन कांग्रेस ने लोकलाज को ताक पर रख दिया है।” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस अब “मसल पावर” से देश को चलाने की कोशिश कर रही है क्योंकि जनता ने उसे लोकतांत्रिक तरीके से नकार दिया है।
संसद परिसर की घटनाओं पर टिप्पणी
संजय सेठ ने कांग्रेस सांसदों द्वारा संसद परिसर में भाजपा सांसदों पर हमले और महिला सांसदों के अपमान की घटनाओं को सुनियोजित षड्यंत्र करार दिया। उन्होंने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि “घायलों के प्रति सहानुभूति के दो शब्द भी राहुल गांधी के मुंह से नहीं निकले।”
संविधान पर भाजपा और कांग्रेस की सोच
सेठ ने कांग्रेस पर संविधान की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “भाजपा संविधान को पवित्र ग्रंथ मानती है, जबकि राहुल गांधी इसे साधारण किताब समझते हैं।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संविधान के प्रति सम्मान को रेखांकित करते हुए कहा कि मोदी जी संविधान के सामने माथा टेकते हैं।
बाबा साहब अंबेडकर के प्रति कांग्रेस का रवैया
संजय सेठ ने बाबा साहब अंबेडकर के प्रति कांग्रेस की सोच पर सवाल उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अंबेडकर के नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफे के पत्र को कभी सार्वजनिक नहीं किया। उन्होंने इसे अंबेडकर के योगदान को नीचा दिखाने की साजिश बताया।
लोकतंत्र के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता
संजय सेठ ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी से सवाल किया कि वे लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी कब समझेंगे।