संभलः उत्तर प्रदेश के संभल में पुलिस ने एक बड़े बीमा घोटाले (Insurance Scam) में 800 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें 11 आरोपियों को नामजद किया गया है। यह घोटाला करोड़ों रुपये का है और इसका जाल उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड समेत 12 राज्यों में फैला हुआ है। यह गिरोह जीवन बीमा कंपनियों जैसे ICICI प्रूडेंशियल, पीएनबी मेटलाइफ, बजाज एलायंस और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस को निशाना बना रहा था।
बीमा माफिया का खुलासा: 26 सदस्यों वाला नेटवर्क
इस हाई-प्रोफाइल बीमा घोटाले की जांच एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई, एएसपी अनुकृति शर्मा और सर्किल ऑफिसर दीपक कुमार के नेतृत्व में हुई। जांच की शुरुआत 17 जनवरी को हुई जब एक एसयूवी को रोका गया और उसमें बड़ी मात्रा में नकदी, पैन कार्ड और डेबिट कार्ड पाए गए। इसके बाद पूरे गिरोह का पर्दाफाश हुआ।
गिरोह को “बीमा माफिया” (Insurance Mafia) नाम दिया गया है, जिसमें अब तक 26 लोगों की संलिप्तता सामने आ चुकी है। अब तक 11 आरोपियों को चार्जशीट में नामजद किया गया है, जिनमें प्रमुख हैं:
• ओमकारेश्वर मिश्रा (वाराणसी)
• सूरजपाल, शाहरुख खान (संभल)
• शिवेंद्र कुमार (बिहार)
गंभीर रूप से बीमार और मृतकों के नाम पर फर्जी बीमा पॉलिसी
गिरोह का सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि वे गंभीर रूप से बीमार या मृत लोगों के नाम पर फर्जी जीवन बीमा पॉलिसी तैयार करते थे। इन बीमार व्यक्तियों को स्वस्थ बताकर पॉलिसी ली जाती थी। मौत के बाद क्लेम करके बीमा राशि हड़प ली जाती थी। इसके अलावा, कई मामलों में ऐसे लोगों के नाम पर भी पॉलिसी तैयार की गई जो पहले से ही मृत थे। फिर बैकडेटेड पॉलिसी तैयार करके बीमा क्लेम लिया जाता था।
परिवारों को छोटी रकम या कोई जानकारी तक नहीं
कुछ मामलों में मृतकों के परिवारों को मामूली रकम देकर चुप करा दिया गया, जबकि कई परिवारों को पॉलिसी या क्लेम की जानकारी तक नहीं थी। यह गिरोह गरीब और अशिक्षित परिवारों को निशाना बनाता था, जिससे उनके खिलाफ आवाज उठाना मुश्किल हो।
12 राज्यों में फैला बीमा घोटाला
यह घोटाला सिर्फ उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि यह नेटवर्क उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और अन्य 9 राज्यों में सक्रिय था। अब तक संभल समेत बदायूं, मुरादाबाद और अमरोहा में कुल 14 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं।
बीमा घोटाले पर आगे की जांच जारी
एएसपी अनुकृति शर्मा ने बताया कि यह जांच अभी भी जारी है और कई आरोपी अभी फरार हैं या जांच के दायरे में हैं। आने वाले दिनों में सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी दाखिल की जाएगी।