लखनऊ : उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के लिए एक राहतभरी खबर है। टीचर्स सेल्फ केयर टीम (TSCT) नामक संगठन ने गंभीर बीमारी से जूझ रहे शिक्षकों की मदद के लिए ‘जीवन दान योजना’ (Jeevan Daan Yojana) की शुरुआत की है। इस योजना के तहत जरूरतमंद शिक्षकों को अधिकतम 5 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
11 अगस्त से मिलेगी मदद
TSCT के संस्थापक अध्यक्ष विवेकानंद आर्य ने बताया कि योजना की शुरुआत 5 अगस्त से की गई है, जिसमें सदस्य शिक्षक 10 अगस्त तक 200 रुपये का अंशदान करेंगे। इस योगदान से जो कार्पस फंड बनेगा, उससे 11 अगस्त को जरूरतमंद सदस्यों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। भविष्य में इस फंड को और भी बढ़ाया जाएगा।
Jeevan Daan Yojana : कौन ले सकता है योजना का लाभ?
- योजना का लाभ केवल टीएससीटी के वैधानिक सदस्य ही ले सकते हैं।
- सदस्यता अवधि शिक्षकों के लिए 18 महीने और शिक्षामित्र/अनुदेशक के लिए 17 महीने होनी चाहिए।
- सहायता उन्हीं मामलों में मिलेगी, जहां इलाज का खर्च 2 लाख रुपये से अधिक हो।
- केवल अस्पताल में भर्ती रहने की अवधि का खर्च ही मान्य होगा।
- इलाज केवल एलोपैथी पद्धति से होना चाहिए।
दो साल में एक बार मिलेगा लाभ
विवेकानंद आर्य के अनुसार, एक शिक्षक को दो वर्षों में केवल एक बार इस योजना का लाभ मिल सकेगा। आवेदन से तीन माह पूर्व तक व्यवस्था शुल्क जमा होना चाहिए। साथ ही, यह भी जरूरी है कि शिक्षक ने पहले की गई 90% अपीलों में सहयोग किया हो।
Jeevan Daan Yojana : आवेदन प्रक्रिया
- आवेदन केवल जिला टीम के माध्यम से किया जा सकता है।
- रजिस्टर्ड और मान्यता प्राप्त अस्पताल का खर्च अनुमान (Estimate) ही मान्य होगा।
- खर्च की गणना अस्पताल में भर्ती से डिस्चार्ज तक की अवधि में होगी।
- इच्छुक शिक्षक सभी दस्तावेजों और अनुमान के साथ अपने जिला टीम को आवेदन भेज सकते हैं।