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West Singhbhum security forces success against Naxalites : सारंडा में शीर्ष माओवादी नेता सक्रिय, चार IED बरामद, 16 भूमिगत बंकर ध्वस्त

by Anand Mishra
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चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले में सुरक्षा बलों को माओवादी नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। शनिवार को जराईकेला थाना क्षेत्र के बाबुडेरा के आसपास के जंगलों में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों द्वारा लगाए गए चार शक्तिशाली IED बम बरामद किए। ये बम प्रत्येक 5 किलोग्राम के थे, कुल मिलाकर 20 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री थी। बम निरोधक दस्ते की मदद से इन बमों को निष्क्रिय कर दिया गया और नष्ट कर दिया गया।

16 भूमिगत बंकर ध्वस्त,, नक्सलियों को करारा झटका

सुरक्षा बलों की कार्रवाई के दौरान नक्सलियों के 16 भूमिगत बंकरों का भी पता चला। ये बंकर 45-50 लोगों के ठहरने के लिए बनाए गए थे। इन बंकरों को भी पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया, जिससे नक्सलियों के ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा है।

सुरक्षा बलों के संयुक्त अभियान में शामिल टीमों की अहम भूमिका

इस अभियान में कई महत्वपूर्ण सुरक्षा बलों ने हिस्सा लिया है। इनमें चाईबासा जिला पुलिस, झारखंड जगुआर, कोबरा 203 और 209 बटालियन, और सीआरपीएफ की 26, 60, 134, 174, 193 और 197 बटालियन शामिल हैं। इन बलों की संयुक्त कार्रवाई से नक्सलियों को एक बड़ा झटका लगा है।

माओवादी शीर्ष नेता सारंडा-कोल्हान में सक्रिय

पश्चिमी सिंहभूम और आसपास के क्षेत्र में भाकपा माओवादी के कई शीर्ष नेता सक्रिय हैं। ये नेता अपनी टीम के साथ मिलकर सुरक्षा बलों पर हमले करने और विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के फिराक में हैं। इन माओवादी नेताओं में मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटू लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा उर्फ अपटन, जयकांत और रापा मुंडा बताये जाते हैं।

4 मार्च से चल रहा है विशेष अभियान

4 मार्च 2025 से चलाए जा रहे इस विशेष संयुक्त अभियान में छोटानागरा और जराईकेला थाना क्षेत्र के जंगलों और पहाड़ियों में नक्सलियों के ठिकानों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। यह इलाका नक्सलियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह माना जाता था, जहां से वे अपनी विध्वंसक गतिविधियों का संचालन करते थे। सुरक्षा बलों का अभियान अभी भी जारी है। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में इस पर और भी कठोर कदम उठाए जाएंगे।

स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील

सुरक्षा बलों ने इस अभियान में स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील की है ताकि जंगलों में छिपे उग्रवादियों को पकड़कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा सके।

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