सेंट्रल डेस्क : भारत के लिए सोमवार 18 सितंबर 2023 का दिन इतिहास में दर्ज हो गया जब नए संसद भवन में संसदीय कार्यवाही के पहले दिन केंद्रीय मंत्रिमंडल ने विमेंस रिजर्वेशन बिल को मंजूरी दे दी है। वैसे महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व देने की मांग काफी पहले से ही जा रही थी। दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां शासन व्यवस्था में महिलाओं का बोलबाला है। ऐसे में एक यह सवाल उठना भी लाजिमी है कि दुनिया में सबसे ज्यादा महिला जनप्रतिनिधि वाला देश कौन सा है। इसी बीच महिला संसद के अनुपात को लेकर राजनीतिक गलियां में चर्चाएं एक बार फिर से जोरों पर है।
अफ्रीकी देश में हैं महिला सांसदों का सर्वाधिक प्रतिशत
हालांकि, दुनिया में सबसे ज्यादा महिला सांसद का अनुपात दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है, और इसमें एक देश ने विशेष रूप से अग्रणी भूमिका निभाई है। दुनिया भर में सबसे ज्यादा महिला सांसदों का अनुपात रवांडा में देखा गया है। यूं कहें कि संसद में महिला सांसदों की संख्या के मामले में सबसे आगे अफ्रीकी देश रवांडा है, 60% से ज्यादा सीटों पर महिला सांसदों की बेजोड़ पकड़ है।
सशक्तीकरण और सामाजिक समानता का प्रतीक
अफ्रीकी देश रवांडा एक ऐसा देश है जहां महिलाओं का सांसद बनने का अवसर सबसे अधिक खुला है। इसके परिणामस्वरूप, रवांडा दुनिया में सबसे ज्यादा महिला सांसदों के अनुपात के लिए मशहूर है, जो उनकी सामाजिक सशक्तिकरण और सामाजिक समानता के प्रतीक के रूप में कार्य कर रहा है।
भारत में महिला सांसदों की स्थिति :
यह समझने के लिए सबसे पहले भारत में महिला संसद की स्थिति और उनकी भागीदारी क्या/कितनी है यह जानना बेहद जरूरी है। लोकसभा चुनाव की बात करें तो 2019 के चुनाव में 15% से भी कम महिलाएं सांसद चुनी गई थी। कुल संख्या 543 में 78 महिला संसद की भागीदारी दर्ज की गई थी। आंकड़ों की मानें तो 2019 लोकसभा चुनाव में 47.27 करोड़ पुरुष और 43.78 करोड़ महिला मतदाता रहीं। 17वीं लोकसभा चुनाव में 82 महिला सांसद हैं, वही 16वीं लोकसभा चुनाव में 68 महिला सांसद थी, 11.87 % कुल सदन की भागीदारी के रूप में थीं।
रवांडा में क्या है महिला जनप्रतिनिधियों की स्थिति
दुनिया भर में महिला संसद के अनुपात की बात करें तो अफ्रीकी देश रवांडा में 60 प्रतिशत से ज्यादा सीटों पर महिलाओं की पकड़ बरकरार है। आपको बता दें, यहां के निचले सदन में 60% से ज्यादा संसदीय सीटों पर महिलाओं का कब्जा है, परंतु ऊपरी सदन में केवल 34.6% सीटें महिलाओं के पास हैं।
कौन से देश हैं दूसरे और तीसरे नंबर पर?
इस रेस में दूसरा नंबर क्यूबा का आता है और तीसरा निकारागुआ का है। कई देश है जहां महिलाओं और पुरुषों के बीच का अंतर बिल्कुल समान है, जैसे न्यूजीलैंड, मेक्सिको और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संघीय राष्ट्रीय परिषद में राष्ट्रपति के आदेश के बाद 2019 में लैंगिक समानता हासिल की गई। वहीं अमेरिका में कुल 540 संसदीय सीटों में से 125 महिलाओं के पास हैं, 650 कल संसदीय सीटों में से ब्रिटेन में 223 महिलाओं के हाथों में है।
मध्य व दक्षिणी एशिया में केवल 10.1 प्रतिशत है महिलाओं की भागीदारी
2023 में कैबिनेट मंत्रियों में महिलाओं की प्रतिनिधित्व दुनिया भर में विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग रूपों में दिख रहा है। यूरोप और उत्तरी अमेरिका ने इस क्षेत्र में अपने सशक्त महिला मंत्री दल के साथ अग्रणी भूमिका निभाई हैं, जबकि लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई देशों ने भी इसमें अहम हिस्सा लिया है। हालांकि, एक स्पष्ट असमानता देखने को मिलती है, क्योंकि अन्य क्षेत्रों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व कम है। मध्य और दक्षिणी एशिया में, महिलाओं की भागीदारी केवल 10.1 प्रतिशत है। प्रशांत द्वीप समूह (ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को छोड़कर ओशिनिया) में भी यह अधिकतम 8.1 प्रतिशत है।
13 देशों में बराबर है अनुपात
इसके बावजूद, कुछ देशों में महिलाओं और पुरुषों का मंत्रीमंडल में बराबर प्रतिनिधित्व है, जो मुख्य रूप से यूरोप में हैं। इनमें से 13 देशों में, 50 प्रतिशत या अधिक महिला कैबिनेट सदस्य मंत्रालयों की प्रमुख हैं, जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो समाजिक समानता और नारी सशक्तीकरण के मार्ग में कदम रख रही है।