दिल्ली : दिल्ली के जंगपुरा इलाके में एक ज्वैलरी शोरूम से रविवार देर रात और सोमवार तड़के 25 करोड़ रुपये से ज्यादा के गहने और कैश चोरी हुए। एक मास्टरमाइंड चोर ने एक शोरूम में घुसकर 25 करोड़ के गहने चुराए, लेकिन उसने इस चोरी को इतने चालाकी से किया कि सिक्योरिटी गार्ड को पता नहीं चला। यह घटना CCTV में भी कैद नहीं हुई और ना ही किसी को शक हुआ। इस “सुपर चोर” को दिल्ली पुलिस ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से पकड़ा लिया है। उससे 18 किलो गहने और लगभग 15 लाख रुपये बरामद किए गए हैं। इस घटना को अंजाम देने के लिए 3 चोर जुटे थे जिसमे सबसे शातिर सुपर चोर लोकेश श्रीवास है। पूछताछ में सामने आया कि 25 करोड़ की चोरी की साजिश तीनों ने मिलकर नहीं, बल्कि एक अकेले शख्स ने रची। उसने अकेले ही गहने-कैश चुराए। बाकी दोनों साथियों ने छिपने और छिपाने में उसकी मदद की।
ज्वैलरी शोरूम सोमवार को रहता है बंद
दिल्ली के जंगपुरा इलाके में रविवार की देर रात या सोमवार की सुबह, एक ज्वैलरी शोरूम से 25 करोड़ रुपये से ज्यादा के गहने और कैश की चोरी हो गई। शोरूम सोमवार को सप्ताहिक अवकाश के कारण बंद रहता हैं इसलिए पुलिस को वारदात के समय का सही अंदाजा नहीं हो पा रहा है। मंगलवार 10.30 पर दुकान खोलने पर चोरी का पता चला।
लोकेश कर रहा था कई दिनों से रेकी
इस घातक चोरी की जांच के लिए छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला पुलिस की ACCU (Anti-Crime Coordination Unit) और सिविल लाइन थाने की टीम ने कठिन मेहनत की। जानकारी के मुताबिक चोर ने पहले शोरूम की रेकी की थी। इसके बाद रात को वह छत के रास्ते शोरूम के स्ट्रांग रूम में घुसा और सब कुछ समेट कर गायब हो गया। पूछताछ में पता चला कि चोर ने चोरी करने से पहले इलाके में लगे CCTV कैमरों को खराब कर दिया था।
स्ट्रांग रूम के सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
चोर कई दिनों से साजिश कर रहा था। दुकान की पूरी जानकारी के बाद घटना को अंजाम दिया गया। उसने शोरूम के कैमरों को भी डिएक्टिवेट कर दिया था। सोमवार को छुट्टी की वजह से दुकान भी बंद थी। लेकिन दुकान के भूतल जहां तिजोरी थी वहां का कैमरा काम कर रहा था, जिसमें आरोपी घटना को अंजाम देते हुए देखा गया।
ये हैं आरोपी
इन घटनाओं के पीछे के कुछ आरोपियों के नाम लोकेश श्रीवास और शिवा चंद्रवंशी है। उनका एक और साथी भी इस अपराध में शामिल था। पुलिस ने इन आरोपियों के घरों में छापामारी की और वहां ज्वैलरी और कैश को छिपा हुआ पाया। पुलिस ने चादर, बैग और बोरे में छिपाकर रखे गए गहने-कैश बरामद किया। इसके बाद, पुलिस ने इन आरोपियों से पूछताछ की, और उन्होंने बताया कि कैसे चोरी की योजना बनाई गई थी और कैसे उन्होंने इसे अंजाम दिया।
कौन है मास्टरमाइंड लोकेश
लोकेश श्रीवास, जिसने अपनी शातिरी से कई राज्यों में चोरी को अंजाम दिया है वे दिल्ली के जंगपुरा इलाके के भोगल मार्केट में उमराव सिंह ज्वेलर्स की दुकान पर हाथ साफ करने वाले चोरों में सुपर चोर है। उसे आप चोरों का सरदार भी कह सकते हैं। लोकेश श्रीवास का मूल निवास छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में है। वो इतना शातिर है कि उसने छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि कई राज्यों में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है। यही वजह है कि उसके खिलाफ तेलंगाना, महाराष्ट्र, दिल्ली, छत्तीसगढ़ में पिछली चोरियों की कई एफआईआर दर्ज हैं।
नाई का काम करता था लोकेश
पुलिस सूत्रों की माने तो लोकेश श्रीवास कभी बिलासपुर में सैलून चलाता था। वह हमेशा लोगों के साथ हंसते-मुस्कुराते रहता था और किसी को यह भनक तक नहीं था कि यह आदमी चोरी की योजनाएं बना सकता है। उसके आस पास के लोगों को भी इस बात का भनक तक नहीं था कि नाई का काम करने वाले लोकेश के शैतानी दिमाग में चोरी की पूरी प्लानिंग चल रही थी। सैलून चलाते हुए लोकेश ने अपना एक नया धंधा शुरू किया। वो धंधा था चोरी का, जिससे वो कम समय में ज्यादा पैसे कमा सके। उसने ज्वेलरी शोरूम्स को अपना निशाना बनाने का फैसला किया और इससे वह तेजी से पैसे कमाने लगे। जब तक लोकेश पकड़ा नहीं गया, किसी को उसके इस धंधे के बारे में जानकारी तक नहीं थी। लोकेश श्रीवास के खिलाफ कई चोरी के मामले दर्ज हैं, जिनमें से 7 मामले सिर्फ बिलासपुर में हैं।
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आरोपियों से पुलिस कर रही है पूछताछ
चोरी की इस घटना के संबंध में हजरत निजामुद्दीन पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया हैं। पुलिस लोकेश व उसके साथियों से पूछताक्ष कर रही हैं।