Jamshedpur : विश्व सर्प दिवस को लेकर टाटानगर रेल सिविल डिफेंस द्वारा एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीयकृत क्षरण मरम्मत कारखाना (सीटीआरसी) के सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कर्मचारियों को सांपों के प्रति जागरूक बनाना, उनसे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना, सर्पदंश से बचाव और सांपों के संरक्षण के महत्व को समझाना था। कार्यक्रम के दौरान सिविल डिफेंस इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने बताया कि इलेक्ट्रिक लोको शेड और सीटीआरसी की प्राकृतिक स्थिति गोलपहाड़ी क्षेत्र की तराई में है, जिस कारण यहां सांपों की सक्रियता सामान्य बात है। उन्होंने कहा कि यहां करैत, कोबरा और रसैल वाइपर जैसे विषैले सांपों के साथ-साथ अजगर, घामन और दोमुंहा जैसे विषहीन सांप भी देखे जाते हैं, जो भोजन की तलाश में कारखाने में प्रवेश कर जाते हैं।
इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने बताया कि विश्व सर्प दिवस मनाने का उद्देश्य सर्पदंश से होने वाली मौतों में कमी लाना है। सांप के काटने पर डर के कारण कई लोग दम तोड़ देते हैं जबकि अधिकांश सांप विषहीन होते हैं। उन्होंने बताया कि यदि किसी को विषैला सांप काट ले, तो चार घंटे के अंदर एंटीवेनम का इंजेक्शन देना जरूरी होता है। इसके साथ ही झाड़-फूंक और अंधविश्वास से बचने की सलाह दी गई।
प्रशिक्षण के दौरान कर्मचारियों को विषैले और विषहीन सांपों की पहचान, सर्पदंश के लक्षण, प्राथमिक उपचार की विधियाँ और घटना स्थल पर तत्काल क्या करना चाहिए, इसकी जानकारी दी गई। इसके अलावा चौक-चौराहों पर पाए जाने वाले रैबीज संक्रमित आवारा कुत्तों की पहचान को लेकर भी टेलीफिल्म के माध्यम से जानकारी दी गई।कार्यक्रम में डेमोंस्ट्रेटर अनिल कुमार सिंह, शंकर प्रसाद, जवान सत्यप्रकाश, सरस्वती मूर्मू, पार्वती मूर्मू सहित कई कर्मचारी उपस्थित रहे। वहीं कारखाना के सहायक मंडल विद्युत अभियंता ए.के. नंदी, वरिष्ठ अनुभाग अभियंता (सामान्य) एन.बी. सिंह, वरिष्ठ अनुभाग अभियंता (व्हील शॉप) निलेश कुमार, इंदर कुमार, राजीव नयन, सुशील कुमार, ए.के. सिंह, सीमा कुमारी, दीपा घोष, नीलम शर्मा, बैरिस्ट कुमार, शिवपूजन सिंह, एस.के. नायक, रमेश मिश्रा, मिश्रो तांती, एम. विजय कुमार, सूरज, बादल और अन्य रेलकर्मी मौजूद रहे। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसे वरिष्ठ अनुभाग अभियंता एन.बी. सिंह ने प्रस्तुत किया।
Read also – http://सरायकेला में जिला परिषद सदस्य पकड़ रहीं बालू लदी गाड़ियां