रांची : सोमवार को झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने कांग्रेस भवन में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया। जिसमें विधायक डॉ. रामेश्वर उरांव ने भाजपा व गृह मंत्री अमित शाह पर संविधान और बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान करने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान बहुजनों को अधिकार और सम्मान प्रदान करता है। लेकिन भाजपा और आरएसएस इसके खिलाफ हैं। ये लोग संविधान में बदलाव की कोशिश कर रहे हैं, जिससे कि बहुजन समुदाय को उनके अधिकारों से वंचित किया जा सके। कांग्रेस इस संविधान विरोधी मानसिकता को कभी सफल नहीं होने देगी।
आरक्षण समाप्त करने की साजिश
उन्होंने 18वीं लोकसभा के शीतकालीन सत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि इस सत्र में भाजपा द्वारा संविधान और बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया गया। डॉ. उरांव ने अमित शाह के बयान को लेकर विरोध जताया। जिसमें अमित शाह ने कहा था कि अभी एक फैशन हो गया है अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। उन्होंने भाजपा द्वारा संविधान और डॉ. अंबेडकर के आदर्शों के खिलाफ लगातार बयानबाजी को तिरस्कार करार दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार आरक्षण को समाप्त करने की साजिश कर रही है। संविधान में बदलाव करने का प्रयास कर रही है, जिसे जनता ने 2024 के लोकसभा चुनाव में नकार दिया था।
जारी रहेगा विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है, लेकिन भाजपा ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसदों के साथ पुलिस ने धक्का-मुक्की की और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को गिरा दिया गया। साथस्ष्ट ही ये कहा कि जब तक अमित शाह इस्तीफा नहीं देंगे, उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने बताया कि मंगलवार को दिन में एक बजे कांग्रेस भवन से अम्बेडकर सम्मान मार्च निकाला जाएगा। उसके बाद उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा जाएगा। जिसमें गृहमंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की जाएगी। मौके पर सतीश पॉल मुजनी, लाल किशोर नाथ शाहदेव, सोनाल शांति, खुर्शीद हसन रूमी, जगदीश साहु और शान्तनू मिश्रा उपस्थित थे।