Jamshedpur (Jharkhand) : जमशेदपुर में टाटानगर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने एक साथ दो बड़ी कार्रवाइयों को अंजाम देते हुए अपराध जगत पर शिकंजा कसने की दिशा में एक सकारात्मक पहल की है। पहली कार्रवाई में, आरपीएफ ने रेलवे की बहुमूल्य संपत्ति की चोरी और उसे बेचने वाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है। वहीं, दूसरी ओर, रेल टिकटों की अवैध कालाबाजारी करने वाले एक व्यक्ति को भी धर दबोचा गया है। आरपीएफ ने इन दोनों मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
रेलवे संपत्ति चोरी गिरोह का पर्दाफाश, स्क्रैप कारोबारी भी गिरफ्त में
टाटानगर आरपीएफ ने रेलवे की संपत्ति की चोरी करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए लाखों रुपये के चोरी हुए केबल तार और अन्य सामान बरामद किए हैं। इस सिलसिले में तीन चोरों को गिरफ्तार किया गया है, साथ ही चोरी के सामान की खरीद-फरोख्त में शामिल दो स्क्रैप कारोबारियों को भी हिरासत में लिया गया है।
गिरफ्तार किए गए चोरों की पहचान कीताडीह ग्वाला बस्ती निवासी सूरज साव, ट्रैफिक कॉलोनी निवासी मोहम्मद समीर और कैरेज कॉलोनी निवासी मोनू ठाकुर के रूप में हुई है। इन शातिर चोरों ने रेलवे के लाखों रुपये मूल्य के केबल तारों को चुराकर, उन्हें महज 34 हजार रुपये में स्क्रैप कारोबारियों को बेच दिया था।
आरपीएफ के प्रभारी राकेश मोहन को इस गिरोह की सूचना मिली थी। उन्होंने तुरंत एक टीम गठित कर छापेमारी की, जिसके परिणामस्वरूप तीनों चोर पकड़े गए। पूछताछ में उन्होंने चोरी के सामान को बर्मामाइंस और बागबेड़ा के स्क्रैप डीलरों को बेचने की बात कबूल की।
इसके बाद, आरपीएफ की टीम ने बर्मामाइंस में राजकुमार जायसवाल के स्क्रैप यार्ड पर छापा मारा, जहां से चोरी का सामान बरामद हुआ और राजकुमार जायसवाल को गिरफ्तार कर लिया गया। इसी क्रम में, बागबेड़ा में रतन कालिंदी के स्क्रैप यार्ड पर भी छापेमारी की गई, जहां से चोरी का माल बरामद होने पर रतन कालिंदी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। आरपीएफ ने इन पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बिरसानगर में टिकटों की कालाबाजारी का भंडाफोड़, आरोपी गिरफ्तार
टाटानगर आरपीएफ की दूसरी बड़ी कार्रवाई बिरसानगर इलाके में हुई। बिरसानगर थाना क्षेत्र के जोन नंबर-5 स्थित काली मंदिर के पास छापेमारी कर बासुदेव महतो नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। उसके कब्जे से लगभग 30 ऑनलाइन रेल टिकट बरामद किए गए हैं।
आरपीएफ को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि यह व्यक्ति फर्जी आईडी का इस्तेमाल कर ऑनलाइन टिकटों की कालाबाजारी कर रहा है। आरपीएफ प्रभारी राकेश मोहन ने उसे रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया और आखिरकार उसे गिरफ्तार करने में सफलता मिली।
टाटानगर आरपीएफ की इन दोहरी सफलताओं ने न केवल रेलवे संपत्ति की चोरी और टिकटों की कालाबाजारी जैसे गंभीर अपराधों पर लगाम लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि अपराधियों के बीच भी एक कड़ा संदेश दिया है।