रांची : राजधानी रांची स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर एक बड़े विमान हादसे की मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान रनवे नंबर-13 के पास आपातकालीन लैंडिंग और दुर्घटना की काल्पनिक स्थिति तैयार की गई, जिसमें कई आपातकालीन एजेंसियों ने भाग लेकर तत्परता और तालमेल का प्रदर्शन किया।
विमान में लगी आग, यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया
मॉक ड्रिल के दौरान एक प्रतीकात्मक विमान दुर्घटना के सीन को दिखाया गया, जिसमें आपातकालीन सूचना मिलते ही एयरपोर्ट अग्निशमन दल, राज्य अग्निशमन सेवा, स्वास्थ्य विभाग, एयरलाइंस स्टाफ, सीआईएसएफ, स्थानीय पुलिस, चिकित्सा दल और अन्य एजेंसियां तुरंत सक्रिय हो गईं। अभ्यास के दौरान विमान में लगी आग को बुझाने, घायलों को बाहर निकालने, और एम्बुलेंस तक पहुंचाने की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।
मॉक ड्रिल का उद्देश्य: आपात स्थितियों से निपटने की तैयारी
मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य है किसी भी आपातकालीन स्थिति में शामिल एजेंसियों की तत्काल प्रतिक्रिया क्षमता, सामूहिक समन्वय और राहत व बचाव कार्यों की दक्षता का मूल्यांकन करना। ऐसी ड्रिल से यह सुनिश्चित किया जाता है कि किसी वास्तविक विमान हादसे या आपातकालीन स्थिति में एयरपोर्ट स्टाफ व एजेंसियां पहले से प्रशिक्षित और तैयार हों।
व्यापक भागीदारी और प्रशिक्षण
इस मॉक ड्रिल में निम्नलिखित एजेंसियों ने भाग लिया:
बिरसा मुंडा एयरपोर्ट का अग्निशमन एवं बचाव दल
झारखंड राज्य अग्निशमन सेवा
एयरलाइंस कंपनियों के प्रतिनिधि
सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल)
स्थानीय पुलिस बल
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग
एंबुलेंस सेवा एवं अन्य आपातकालीन टीमें