रांची : भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की झारखंड राज्य कमिटी ने आसन्न विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। पार्टी के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने पार्टी कार्यालय से सूची जारी करते हुए पार्टी की प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया। नौ विधानसभा सीटों के लिए घोषित इन प्रत्याशियों में तमाड़ से सुरेश मुंडा, महेशपुर से गोपीन सोरेन, बहरागोड़ा से स्वपन महतो, सिसई से मदुवा कच्छप, चतरा से पुन भुइंयां, जामताड़ा से लखन लाल मंडल, जामा से सनातन देहरी, पाकुड़ से मोहम्मद शेख सैफुद्दीन और मांडर से डॉ. कीर्ति मुंडा को प्रत्याशी बनाया गया है।
इस बार पार्टी ने प्रत्याशियों के चयन में विभिन्न समुदायों के संतुलित प्रतिनिधित्व पर ध्यान केंद्रित किया है। इसमें पांच प्रत्याशी अनुसूचित जनजाति से, एक अनुसूचित जाति से, एक मुस्लिम अल्पसंख्यक से, एक महिला और दो सामान्य श्रेणी से हैं। इस निर्णय के माध्यम से पार्टी ने हर तबके की आवाज को प्रतिनिधित्व देने का संकल्प किया है। पार्टी द्वारा सभी प्रत्याशियों को चुनावी चिह्न भी सौंप दिए गए हैं और इन सभी प्रत्याशियों ने अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है।
झारखंड में विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे: पहला चरण 13 नवंबर और दूसरा चरण 20 नवंबर को। मतगणना 23 नवंबर को होगी और उसी दिन चुनाव परिणामों की घोषणा की जाएगी। चुनाव में सीपीआई (एम) का उद्देश्य झारखंड की जनता की भलाई के लिए उन प्रतिनिधियों को चुनने का है, जो सच्चे जनसेवक और उनके हितों के रक्षक बन सकें। पार्टी ने झारखंड के मतदाताओं से अपील की है कि वे ऐसे नेताओं को चुनें, जो उनके लिए संघर्ष करें और जनहित के मुद्दों को विधानसभा में उठाएं।
सीपीआई (एम) ने विधानसभा में अपनी उपस्थिति को बढ़ाने के लिए कमर कस ली है, ताकि वामपंथी नीतियों और विचारधारा का लाभ सीधे तौर पर जनता को मिल सके। पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चुनाव प्रचार को जन-जन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। पार्टी कार्यकर्ता गाँव-गाँव में जाकर जनता से मिल रहे हैं, जिससे वे पार्टी की नीतियों और विचारधारा से लोगों को परिचित करा सकें और उन्हें यह समझा सकें कि जनता की भलाई के लिए वामपंथी दृष्टिकोण का विधानसभा में होना कितना महत्वपूर्ण है।
सीपीआई (एम) के अभियान में मुख्य मुद्दे कृषि सुधार, श्रमिकों के अधिकार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और आदिवासी समुदाय के विकास से संबंधित हैं। पार्टी ने राज्य के मतदाताओं से कहा है कि इस बार चुनाव में अपनी समस्याओं को हल करने और झारखंड की समृद्धि के लिए संघर्षशील प्रतिनिधियों को चुनें, जो उनके अधिकारों और कल्याण की दिशा में ठोस कदम उठा सकें।
पार्टी ने हर सीट पर अपने उम्मीदवारों के लिए जनसभाओं और प्रचार अभियान की विस्तृत योजना तैयार की है। इसके तहत सभी उम्मीदवार अपने समर्थकों के साथ पूरी प्रतिबद्धता के साथ मैदान में उतर गए हैं।