देवघर : श्रद्धा और भक्ति का पर्व श्रावणी मेला 2025 इस बार धार्मिक रूप से और भी विशेष और पुण्यकारी होने जा रहा है। झारखंड के देवघर जिला स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम में आयोजित होने वाला यह मेला इस वर्ष चार सोमवारी के संयोग के कारण भक्तों के लिए बेहद शुभ माना जा रहा है। जिला प्रशासन ने भी लाखों कांवरियों और शिवभक्तों की सुविधा के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं।
Deoghar Shravani Mela 2025 : चार सोमवारी के कारण खास है इस साल का श्रावणी मेला
तीर्थ पुरोहित बाबा मिथिलेश के अनुसार, इस बार का श्रावणी मेला इसलिए विशेष है, क्योंकि इसमें चार सोमवारी का संयोग बन रहा है। प्रत्येक सोमवारी का अलग धार्मिक महत्व बताया गया है:
14 जुलाई – पहली सोमवारी : धर्म की स्थापना और जीवन में सद्गुणों के विकास के लिए।
21 जुलाई – दूसरी सोमवारी : आर्थिक उन्नति और समृद्धि के लिए।
28 जुलाई – तीसरी सोमवारी : इच्छाओं की पूर्ति और सांसारिक सुखों के लिए।
4 अगस्त – चौथी सोमवारी : मोक्ष और आध्यात्मिक उत्थान के लिए।
जो श्रद्धालु पूरी श्रद्धा से इन चारों सोमवारी को व्रत और जलाभिषेक के साथ मनाएंगे, उन्हें जीवन की हर मनोकामना की पूर्ति और परम शिव कृपा प्राप्त होगी।
Deoghar Shravani Mela 2025 : इस मुहूर्त में करें पूजा, मिलेगा सीधा आशीर्वाद!
पुरोहित बाबा जयदेव ने बताया कि श्रावण मास की सोमवारी पर प्रभात (सुबह 4:00 से 6:00 बजे तक) और सायंकाल (शाम 6:00 से 8:00 बजे तक) पूजा करने का उत्तम समय माना गया है। इन शुभ मुहूर्तों में भगवान शिव को जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा और आक अर्पित करने से भक्तों को सीधा शिव आशीर्वाद प्राप्त होता है और कष्टों का नाश होता है।
शिव-भक्तों के लिए यह सावन कैसे रहेगा खास?
वरिष्ठ पंडित विजय कृष्णा पांडे के अनुसार, इस साल की सोमवारी न केवल भगवान शिव की आराधना के लिए, बल्कि प्रदोष व्रत और विशेष ग्रह स्थितियों के कारण भी बेहद महत्वपूर्ण है। भक्त भगवान गणेश के साथ-साथ नंदी और मां पार्वती की भी पूजा कर सकते हैं, जिससे संपूर्ण देव परिवार का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
प्रशासन की तैयारियां जोरों पर, लाखों भक्तों की सुविधा का विशेष ख्याल
देवघर जिला प्रशासन द्वारा श्रावणी मेले के दौरान आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए…
बेहतर आवास और जल व्यवस्था
चिकित्सा शिविर और मोबाइल स्वास्थ्य वाहन
सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और CCTV
विशेष ट्रैफिक और पार्किंग व्यवस्था
जैसे प्रबंध किए जा रहे हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन दर्शन सुविधा और रूट मैप्स की भी व्यवस्था की गई है, ताकि कांवरियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।