Dhanbad (Jharkhand) : मानसून के आगमन को देखते हुए झारखंड सरकार ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। अब जन वितरण प्रणाली (PDS) के तहत राशन कार्डधारकों को अगले तीन महीने का अनाज एक साथ मिलेगा। आपूर्ति विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है, जिसके अनुसार 15 जून तक सभी पात्र लाभार्थियों को मई, जून और जुलाई माह का राशन एकमुश्त वितरित किया जाएगा। इस कदम से मानसून के दौरान राशन वितरण में होने वाली संभावित दिक्कतों से लोगों को राहत मिलेगी।
मई का वितरण जारी, जून व जुलाई तक का राशन 31 मई तक दुकानों पर
जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रदीप शुक्ला ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में मई माह का राशन वितरण कार्य प्रगति पर है। इसके साथ ही, जून और जुलाई माह का राशन 31 मई तक सभी जन वितरण प्रणाली (जेडीएस) की दुकानों तक पहुंचा दिया जाएगा। अधिकारी ने यह भी बताया कि 16 से 30 जून के बीच अगस्त माह का राशन भी डीलरों को उपलब्ध करा दिया जाएगा, ताकि वितरण प्रक्रिया समय पर पूरी हो सके।
डीलरों को समय पर राशन उठाने के निर्देश, 15 जून तक वितरण का लक्ष्य
आपूर्ति विभाग ने सभी राशन डीलरों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे आवंटित समय सीमा के भीतर विभाग से राशन का उठाव सुनिश्चित करें। विभाग का लक्ष्य है कि 1 जून से 15 जून तक की अवधि में सभी कार्डधारकों को तीन महीने का राशन वितरित कर दिया जाए। इस व्यवस्था से लाभार्थियों को बार-बार राशन की दुकान के चक्कर लगाने से मुक्ति मिलेगी, खासकर मानसून के मौसम में यह कदम काफी मददगार साबित होगा।
बायोमेट्रिक सत्यापन में सावधानी जरूरी, हर माह के लिए अलग अंगूठा और पर्ची
हालांकि, एकमुश्त राशन वितरण के साथ ही आपूर्ति पदाधिकारी ने बायोमेट्रिक सत्यापन को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि प्रत्येक माह के राशन के लिए अलग-अलग बायोमेट्रिक सत्यापन (फिंगरप्रिंट) अनिवार्य होगा। कार्डधारकों को चेतावनी दी गई है कि वे गलती से भी सभी महीनों के लिए एक साथ बायोमेट्रिक सत्यापन न कराएं, बल्कि जिस महीने का राशन ले रहे हैं, उसी महीने के अनुसार अंगूठा लगाएं। इसके अलावा, प्रत्येक माह के राशन के लिए डीलरों द्वारा अलग-अलग पर्ची भी जारी की जाएगी, जिसका ध्यान रखना लाभार्थियों के लिए आवश्यक है।
धनबाद के 18.70 लाख कार्डधारकों को मिलेगा लाभ
धनबाद जिले में कुल 18 लाख 70 हजार राशन कार्डधारक हैं, जो इस सरकारी योजना के तहत हर महीने रियायती दरों पर अनाज प्राप्त करते हैं। इस बार तीन महीने का राशन एक साथ मिलने से इन लाखों लाभार्थियों को निश्चित रूप से सुविधा होगी और उन्हें बार-बार राशन की दुकानों पर लंबी लाइनों में खड़े होने की परेशानी से निजात मिलेगी।
2जी नेटवर्क बना डीलरों के लिए चुनौती, बढ़ सकती है परेशानी
हालांकि, इस नई व्यवस्था के साथ जन वितरण प्रणाली के डीलरों के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी हो सकती है। जिले की अधिकांश राशन की दुकानों में अभी भी पुरानी 2जी नेटवर्क आधारित पॉस मशीनें लगी हुई हैं। एक साथ तीन महीने का राशन वितरित करते समय प्रत्येक महीने के लिए अलग-अलग बायोमेट्रिक सत्यापन की आवश्यकता होगी, जिससे नेटवर्क संबंधी समस्याएं और बढ़ सकती हैं। डीलरों ने 5जी के इस युग में 2जी नेटवर्क के बोझ को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है। उनका मानना है कि कमजोर नेटवर्क के कारण राशन वितरण में देरी हो सकती है और दुकानों पर भीड़भाड़ की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है, जिससे लाभार्थियों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।