सेंट्रल डेस्क : सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर को कौन नहीं जानता? इसकी पहचान पूरी दुनिया में एक नीली चिड़िया के रूप में है। लेकिन जब से एलन मस्क ने इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का टेकओवर किया, तब से ट्विटर में कई बड़े बदलाव हुए हैं। सबसे बड़ा बदलाव तो यह था कि ट्विटर का नाम ही बदलकर ‘एक्स’ (X) रख दिया गया। हालांकि, अब ट्विटर का वह आइकॉनिक नीला पक्षी, जो कंपनी के प्रतीक के रूप में लंबे समय से जाना जाता था, वह भी नीलामी में बिक चुका है। आइए जानते हैं कि इस प्रतिष्ठित नीली चिड़िया को आखिरकार कितने में बेचा गया औऱ क्या कुछ नीलाम हुआ।
नीली चिड़िया का कितने में हुआ सौदा?
नीली चिड़िया, जिसकी ट्विटर के पहचान के का प्रतीक थी, उसको नीलामी में बेचा गया। इस आइकॉनिक लोगो को 34,375 डॉलर (लगभग 30 लाख रुपये) में नीलाम किया गया। खास बात यह है कि यह नीली चिड़िया केवल प्रतीक ही नहीं, बल्कि एक भौतिक वस्तु भी थी, जिसका वजन लगभग 254 किलोग्राम था। इसके आकार की बात करें तो यह 12 फीट लंबी और 9 फीट चौड़ी थी। हालांकि, अभी तक इस चिड़िया के नए मालिक की पहचान सामने नहीं आई है।
यह प्रतीक ट्विटर के पुराने दिनों की याद दिलाता है, जब ट्विटर को सिर्फ नीली चिड़िया के नाम से पहचाना जाता था। हालांकि, अब एलन मस्क ने इसे ‘एक्स’ के रूप में बदल दिया है, लेकिन सोशल मीडिया के इतिहास में इस चिड़िया का एक अहम स्थान हमेशा रहेगा।
नीलामी में एप्पल की वस्तुएं भी शामिल
नीली चिड़िया के अलावा, तकनीकी दुनिया से जुड़ी कुछ और महत्वपूर्ण वस्तुओं की भी नीलामी की गई है। इसमें सबसे दिलचस्प नीलामी एप्पल-1 कंप्यूटर की रही, जिसे 3.22 करोड़ रुपये (3.75 लाख डॉलर) में बेचा गया। इस कंप्यूटर को स्टीव जॉब्स द्वारा हस्ताक्षरित किया गया था। इसका ऐतिहासिक महत्व काफी ज्यादा है। इसके अलावा, एप्पल द्वारा निर्मित एक चेक, जिस पर स्टीव जॉब्स के हस्ताक्षर थे, को लगभग 96.3 लाख रुपये (1,12,054 डॉलर) में नीलाम किया गया।
इसी प्रकार, एक ‘फर्स्ट जेनरेशन सील्ड पैक 4GB आईफोन’ भी नीलाम किया गया, जिसकी कीमत 87,514 डॉलर (करीब 70 लाख रुपये) रही। ये नीलामी केवल ट्विटर और एप्पल के उत्पादों तक सीमित नहीं रही, बल्कि तकनीकी इतिहास से जुड़ी कुछ दुर्लभ और ऐतिहासिक वस्तुएं भी नीलाम की गईं।
एलन मस्क का ट्विटर टेकओवर और बदलाव
एलन मस्क ने 2022 में ट्विटर का टेकओवर किया था। इस सौदे में उन्होंने 44 बिलियन डॉलर (करीब 3368 अरब रुपये) खर्च किए थे। मस्क ने इस प्लेटफॉर्म को लोकतंत्र और फ्री स्पीच का प्रतीक मानते हुए इसके संचालन में कई बड़े बदलाव किए। उनका मानना था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को ज्यादा पारदर्शी और जनता के लिए उपयोगी बनाना चाहिए।
ट्विटर के इस बड़े बदलाव में सबसे अहम इसका नाम बदलकर ‘एक्स’ रखा जाना और इसमें नए फीचर्स जोड़ना था। मस्क ने ट्विटर को और भी इंटरैक्टिव और डायनामिक बनाने के लिए कई पहल कीं, जिसमें AI और अन्य तकनीकी उन्नतियों को जोड़ा गया। बावजूद, ट्विटर का वह प्रतिष्ठित नीला पक्षी हमेशा लोगों की यादों में रहेगा।