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RIMS : रिम्स की व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर जीबी की बैठक शुरू, कई एजेंडों पर होगा निर्णय

by Vivek Sharma
GB meeting begins to improve the system of RIMS
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रांची : स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी की अध्यक्षता में रिम्स शासी परिषद की 59 वीं बैठक रिम्स प्रशासनिक भवन में चल रही है। बैठक में 37 एजेंडों पर चर्चा होगी। एजेंडा में मुख्य रूप से रिम्स के पारामेडिकल कर्मियों के लिए हॉस्पिटल पेशेंट केयर अलाउंस देने पर निर्णय लिया जाएगा, जिसके बाद 4100 रूपये प्रति माह इन कर्मियों को अतिरिक्त भुगतान किया जाएगा। फिलहाल यह व्यवस्था एम्स सहित विभिन्न मेडिकल कॉलेज में लागू है, इसी को आधार बनाकर रिम्स में देने की तैयारी है। साथ ही रिम्स से नर्सिंग की पढ़ाई कर पास आउट होने वाली कार्यरत नसों का वेतनमान 10000 से बढ़कर 30000 करने पर भी चर्चा की जाने की उम्मीद है। रिम्स के कर्मियों को सरकारी स्वास्थ्य बीमा का लाभ और ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने पर भी चर्चा की जाएगी।


डॉक्टरों को मिलेगी प्रोन्नति

बैठक में 100 डॉक्टरों की पदोन्नति पर अंतिम रूप से सहमति देने और रिजल्ट को प्रकाशित करने को लेकर निर्णय पर चर्चा चल रही है। पदोन्नति पर फैसला करीब चार महीना से लटका हुआ है। साक्षात्कार के बाद चयनित डॉक्टरों की सूची विभाग और स्वास्थ्य मंत्री के पास भेजी गयी है। इसके अलावा एनेस्थीसिया विभाग में पीडीसीसी व पीडीएएफ कोर्स शुरू करने और टेक्नीशियन के 80 पद सजृन करने पर भी फैसला होगा। परिचारिका महाविद्यालय में एमएससी कोर्स शुरू करने भी निर्णय होगा। इसके अलावा डिम्ड यूनिवर्सिटी बनाने के प्रस्ताव पर भी निर्णय लिया जायेगा।

मेडॉल और हेल्थ मैप पर भी निर्णय

मेडॉल और हेल्थ मैप के साथ करार की होगी समीक्षा : रिम्स में संचालित जांच केंद्र हेल्थ मैप और मेडॉल के लंबित करोड़ों रूपये के बिल के भुगतान पर निर्णय लिया जायेगा। वहीं, दोनों एजेंसियों और राज्य सरकार के साथ हुए करार की समीक्षा भी की जायेगी।एकरारनामा की शर्त का आकलन किया जायेगा। इसके अलावा एमआरआइ की दूसरी मशीन और लीनियर एक्सीलेटर मशीन की खरीदारी पर भी निर्णय होगा।

पेट स्कैन मशीन

कैंसर के मरीजों के लिए भी राहत भरा निर्णय लिया जा सकेगा जिसमें कैंसर जांच के लिए पीपीपी मोड पर पेट स्कैन मशीन स्थापित करने की तैयारी है। रिम्स के जेनेटिक्स एवं जीनोमिक्स विभाग के अंतर्गत होनेवाली अनुवांशिक जांच का शुल्क एम्स की तर्ज पर करने का फैसला भी जीबी में लिया जायेगा। अगर एम्स में जांच नहीं होती है, तो पीजीआइ चड़ीगढ़ और एसजीपीजीआइ लखनऊ के आधार पर स्वीकृत करने का निर्णय लिया जायेगा। रिम्स नियमावली-2014 के अनुरूप संस्थान में कार्यरत डॉक्टरों को एम्स की तर्ज पर सभी भत्ता देने पर फैसला होगा।


रिम्स में तैनात होमगार्ड के जवानों का भत्ता 500 रुपए प्रतिदिन से बढ़ाकर 1,088 रुपए कर दिया जायेगा। 10 साल से अधिक समय से काम करने वाले होम गार्ड के जवानों को समायोजित भी किया जा सकता है। वर्तमान में रिम्स प्रबंधन होमगार्ड जवानों को भत्ता के मद में प्रतिदिन 500 रुपए के हिसाब से फंड उपलब्ध कराता है।

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