नई दिल्ली: सरकार ने लंबे समय बाद एक बड़ा फैसला लिया है। उसने पेट्रोल, डीजल, एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) और कच्चे तेल पर लगाए गए विंडफॉल टैक्स को समाप्त करने का निर्णय लिया है। इस फैसले के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या अब आम आदमी को पेट्रोल और डीजल सस्ता मिलेगा?
यह कदम तब उठाया गया जब वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता आई है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल, डीजल और एटीएफ के निर्यात पर विंडफॉल टैक्स को तत्काल प्रभाव से खत्म करने का ऐलान किया है। यह निर्णय लगभग दो महीने के विचार-विमर्श के बाद लिया गया और इसकी पुष्टि सीएनबीसी-टीवी18 ने की है।
क्या था विंडफॉल टैक्स?
विंडफॉल टैक्स, जिसे विशेष एडिशनल एक्साइज ड्यूटी (एसएईडी) के रूप में लागू किया गया था, तेल रिफाइनरियों द्वारा अंतरराष्ट्रीय बाजार में उच्च कीमतों से अत्यधिक लाभ कमाने पर सरकार द्वारा लगाया जाता था। यह टैक्स प्रत्येक पखवाड़े कच्चे तेल की औसत कीमतों के आधार पर तय किया जाता था। सरकार ने 1 जुलाई, 2022 को इस टैक्स को लागू किया था, जिसके बाद भारत उन देशों में शामिल हो गया था, जिन्होंने ऊर्जा कंपनियों के असाधारण मुनाफे पर टैक्स लगाया।
टैक्स हटने के कारण क्या होगा असर?
सरकार का यह कदम विशेष रूप से तेल रिफाइनरियों को लाभ पहुंचाने के लिए है, क्योंकि कुछ रिफाइनरियों ने घरेलू आपूर्ति कीमतों पर बड़ी मात्रा में निर्यात किया और इससे भारी मुनाफा कमाया। इस टैक्स के हटने के बाद यह संभावना जताई जा रही है कि कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता आएगी, लेकिन क्या इसका असर घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल के दामों पर पड़ेगा, यह एक बड़ा सवाल है।
अक्सर, जब ऐसी टैक्स पॉलिसी बदलती है, तो इसके प्रभाव को सीधे तौर पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर देखा जाता है, लेकिन इसके लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार की परिस्थितियां भी अहम भूमिका निभाती हैं। अगर वैश्विक बाजार में तेल की कीमतें घटती हैं, तो निश्चित रूप से इस टैक्स हटने का असर सस्ते फ्यूल के रूप में दिख सकता है, हालांकि यह पूरी तरह से वैश्विक तेल की कीमतों पर निर्भर करेगा।
क्यों हटाया गया विंडफॉल टैक्स?
विंडफॉल टैक्स जुलाई 2022 में सरकार ने पेट्रोल, डीजल और एटीएफ के निर्यात पर लगाया था। इसका उद्देश्य था उन कंपनियों से अतिरिक्त कर प्राप्त करना जिन्होंने वैश्विक बाजार में ऊंची कीमतों से भारी लाभ कमाया। लेकिन अब वैश्विक तेल की कीमतें स्थिर हो गई हैं, और सरकार ने यह निर्णय लिया कि इस टैक्स को हटाकर तेल रिफाइनरियों के लिए और बेहतर परिस्थितियां बनायीं जाएं।
सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर विंडफॉल टैक्स हटाकर तेल रिफाइनरियों को राहत दी है, लेकिन इसका असर पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर पड़ेगा, यह वैश्विक तेल की कीमतों पर निर्भर करेगा। हालांकि, उम्मीद जताई जा रही है कि यदि कच्चे तेल की कीमतें और स्थिर रहती हैं, तो इसका फायदा आम लोगों को भी मिल सकता है।
Read also- Bihar Paper leak : बिहार में फिर हुआ पेपर लीक कांड, CHO परीक्षा रद्द, 35 गिरफ्तार