रांची: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ कार्यशाला में कई मुद्दों पर चर्चा की। जिसमें उन्होंने राज्य में पीसीपीएनडीटी एक्ट के अनुपालन में कोई भी ढील नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस अधिनियम के उल्लंघन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। भ्रूण हत्या और लिंग निर्धारण जैसी अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के सख्त कार्रवाई जरूरी है। स्वास्थ्य मंत्री ने मईयां सम्मान योजना और सावित्री बाई फूले योजना जैसे कार्यक्रमों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि बेटियां बोझ नहीं, बल्कि देश की प्रगति में सहायक हैं। इसके साथ ही मंत्री ने समाज में बेटियों के प्रति संकुचित मानसिकता को बदलने की आवश्यकता पर बल दिया।
नशे का कारोबार करने वालों पर होगी कार्रवाई
स्वास्थ्य मंत्री ने नशा उन्मूलन पर भी कड़ा रुख अपनाया और नशे के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गुटखा और नशे के कारोबार को राज्य में किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने नशे के खिलाफ सिविल सर्जन और ड्रग इंस्पेक्टरों को अपनी जिम्मेदारी निभाने की चेतावनी दी। साथ ही कहा कि यदि किसी क्षेत्र में नशीले पदार्थों की बिक्री पाई गई तो दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
क्लिनिक में सीसीटीवी लगाने का निर्देश
कार्यशाला में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन झारखंड के अभियान निदेशक अबु इमरान ने लिंग अनुपात में असंतुलन और पीसीपीएनडीटी अधिनियम के पालन की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने सभी अल्ट्रासाउंड क्लिनिकों में सीसीटीवी कैमरे लगाने और केवल योग्य डॉक्टर की उपस्थिति में जांच करने का निर्देश दिया। इसके अलावा उन्होंने 100-दिन के टी.बी. अभियान में खनन और आदिवासी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। साथ ही कुष्ठ और कालाजार उन्मूलन कार्यक्रमों के बारे में भी दिशा-निर्देश दिए।
नशा मुक्त झारखंड बनाना लक्ष्य
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार किसी भी हालत में यह बर्दाश्त नहीं करेगी कि राज्य का युवा नशे की गिरफ्त में जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि वे दवा दुकानों की जांच करें और नशीली दवाओं की अवैध बिक्री पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाएं। मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य स्वस्थ और नशा मुक्त झारखंड बनाना है। इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।