रांची : झारखंड में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है और मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के भीतर राज्य के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बंगाल की खाड़ी से उठा गहरे निम्न दबाव का क्षेत्र अब छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ते हुए कमजोर पड़ रहा है, लेकिन इसका प्रभाव अभी भी झारखंड पर बना हुआ है। इसके साथ ही एक सक्रिय मानसून ट्रफ लाइन अनूपगढ़, चुरी, ग्वालियर, रीवा, झारखंड होते हुए बालासोर तक फैली हुई है। इन दोनों मौसमी स्थितियों के कारण प्रदेश में व्यापक स्तर पर वर्षा होने के संकेत मिल रहे हैं।
झारखंड में पिछले 24 घंटों में हुई रिकॉर्डतोड़ बारिश
राज्य के विभिन्न जिलों में बीते 24 घंटों के दौरान भारी वर्षा दर्ज की गई है। पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला में सबसे अधिक 192.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं पश्चिमी सिंहभूम के मंझारी में 189.0 मिमी, सरायकेला में 129.0 मिमी, टाटानगर में 125.8 मिमी, अड़की में 98.0 मिमी, चाईबासा में 96.5 मिमी, लातेहार में 89.0 मिमी, गढ़वा में 88.2 मिमी, खूंटी में 78.5 मिमी और गुमला में 70.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। यह बारिश दक्षिणी और मध्यवर्ती जिलों में अधिक प्रभावशाली रही है।
भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी, इमरजेंसी सेवाएं 24×7 सक्रिय
झारखंड सरकार ने मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए राज्य भर में अलर्ट घोषित कर दिया है। आपदा प्रबंधन और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने सभी जिलों को निर्देशित किया है कि अस्पतालों और आपातकालीन सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा जाए। सभी स्वास्थ्य केंद्रों को 24×7 तैयार रहने का आदेश दिया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल मदद पहुंचाई जा सके।
किन जिलों में सबसे अधिक खतरा, कहां रहेगा अलर्ट
मौसम विभाग ने जिन जिलों में भारी वर्षा का पूर्वानुमान जताया है, उनमें शामिल हैं पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, रांची, खूंटी, गुमला और लातेहार। इन क्षेत्रों में जलभराव, बिजली गिरने और तेज हवाओं की आशंका को देखते हुए प्रशासन को सतर्क किया गया है। इसके साथ ही नागरिकों से अपील की गई है कि वे आवश्यक एहतियात बरतें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
सरकार की तैयारी पूरी, नागरिकों से सतर्क रहने की अपील
राज्य सरकार ने दावा किया है कि किसी भी तरह की आपदा की स्थिति में तत्काल कार्रवाई के लिए टीमें तैयार हैं। निचले इलाकों में रहने वाले नागरिकों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही, सभी से आग्रह किया गया है कि वे कमजोर इमारतों से दूर रहें, अनावश्यक यात्रा से बचें और बच्चों को बारिश के दौरान खुले क्षेत्रों में न भेजें।