Jamshedpur (Jharkhand): जिले में लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं और उनमें असमय काल के गाल में समा रहे लोगों को लेकर जिला प्रशासन अब गंभीर हो गया है। इसी क्रम में बुधवार को उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में यातायात एवं सड़क सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
हेलमेट न पहनने से गई आठ जानें, पेट्रोल नहीं देने का निर्देश
बैठक में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। बताया गया कि बीते एक माह में जिले में कुल 22 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 10 लोगों की मौत हुई और 20 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। इन 10 मृतकों में से आठ ने हेलमेट नहीं पहना था। इस गंभीर स्थिति पर उपायुक्त और एसपी ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सख्त निर्देश दिए। अब बिना हेलमेट वालों को पेट्रोल न दिया जाए और ट्रैफिक पुलिस जांच अभियान को तेज करे।
सड़क हादसों के बाद गोल्डन ऑवर में घायलों को अस्पताल पहुंचाने वाले गुड समारिटन (नेक मददगार) को सम्मानित करने की योजना के तहत, पोटका के किशन गुप्ता को दो हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। साथ ही, आमजन को यह जानकारी देने का निर्देश दिया गया कि गुड समारिटन पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होती, ताकि लोग बेझिझक घायलों की मदद के लिए आगे आएं।
यातायात नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई और लंबित मामलों का निपटारा
बैठक में यह भी बताया गया कि मई माह में 366 लाइसेंस निलंबित किए गए और 23.50 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया। वहीं, 2001 नए ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए गए हैं। उपायुक्त ने हिट एंड रन के 35 लंबित मामलों में मुआवजे का जल्द भुगतान करने का निर्देश दिया और एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) को ब्लैक स्पॉट (दुर्घटना संभावित क्षेत्र) में सुधार करने को कहा। प्रशासन का यह कदम सड़क सुरक्षा को लेकर उसकी गंभीरता को दर्शाता है, जिसका सीधा उद्देश्य लोगों की जान बचाना है।