RANCHI (JHARKHAND): झारखंड की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि झारखंड में हर परिवार को लाह उत्पादन से जुड़ना चाहिए। बढ़ती वैश्विक मांग के बीच यह किसानों के लिए आर्थिक आत्मनिर्भरता का सशक्त जरिया बन सकता है। गुरुवार को वह झास्को लैंपफ द्वारा आयोजित सहकारिता समागम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रही थीं। उन्होंने बताया कि झारखंड देश में लाह उत्पादन में अग्रणी है और कुल उत्पादन में 55% हिस्सा राज्य का है।
12 हजार किसानों को प्रशिक्षण
उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि हर लाह उत्पादक किसान अपने गांव के 10 अन्य किसानों को इस क्षेत्र से जोड़े ताकि लाह क्रांति लाई जा सके। सिद्धको फेड और झास्को लैंपफ के माध्यम से 12 हजार किसानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस मौके पर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण, लैक संग्रहालय का उद्घाटन और टूल किट्स का वितरण किया गया।
डोमिसाइल आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि
समागम से पहले कृषि मंत्री ने डोमिसाइल आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति को राज्य सरकार ने पारित कर राजभवन को भेजा है, लेकिन मंजूरी अब तक नहीं मिली। उन्होंने शहीदों को सरकारी मान्यता और परिजनों को सुविधा दिलाने का भरोसा भी दिलाया।