रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने अपने लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक दिनेश विलियम मरांडी को पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है। उन्हें पार्टी के सभी पदों से भी हटा दिया गया है। यह निर्णय पार्टी की केंद्रीय समिति द्वारा लिया गया है, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि मरांडी के खिलाफ आरोपों की गंभीरता को देखते हुए उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया है।
दिनेश विलियम मरांडी पर आरोप और निष्कासन की वजह
झामुमो के महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने इस फैसले की घोषणा करते हुए बताया कि दिनेश विलियम मरांडी पर लगाए गए आरोपों के संबंध में उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया था। हालांकि, उन्हें दिए गए समय के भीतर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इससे यह साबित हो गया कि उन पर लगाए गए आरोप सही हैं, और इस कारण पार्टी को उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का निर्णय लेना पड़ा।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, मरांडी पर आरोप थे कि उन्होंने झामुमो के खिलाफ बयानबाजी की थी, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा था। पार्टी द्वारा उनकी इस हरकत को गंभीरता से लिया गया और उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण यह कठोर कदम उठाना पड़ा।
निष्कासन के बाद मरांडी का बयान
वहीं, दिनेश विलियम मरांडी ने पार्टी के इस निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा पार्टी के लिए काम किया और भविष्य में भी करेंगे। उन्होंने इस निष्कासन को अपमान के तौर पर नहीं लिया और इसे अपने संघर्ष का हिस्सा माना। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के उच्च नेतृत्व को जो भी निर्णय लेना था, वह लिया और अब वह इसे स्वीकार करते हैं।
झामुमो पार्टी का रुख और नेतृत्व की भूमिका
झामुमो के लिए यह कदम पार्टी के अनुशासन और आंतरिक व्यवस्था को बनाए रखने के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने यह निर्णय लिया है कि पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करने वाले नेताओं के साथ सख्ती से पेश आया जाएगा, ताकि झामुमो की छवि पर कोई आंच न आए।
पार्टी की आलोचना और राजनीतिक स्थिति
झामुमो के इस निर्णय ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचाई है। विपक्षी दलों ने भी इस फैसले पर सवाल उठाए हैं। हालांकि, झामुमो का नेतृत्व इस फैसले को पार्टी की साख बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम मानता है। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि झामुमो की ताकत उसके कार्यकर्ताओं में है, और वह किसी भी पार्टी विरोधी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगा।
झामुमो के नेतृत्व में आगे की रणनीति
झामुमो के केंद्रीय समिति के महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने भी कहा कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयार है और इस तरह के फैसले पार्टी के आंतरिक अनुशासन को बनाए रखने में मदद करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी ने हमेशा अपने कार्यकर्ताओं को सम्मान दिया है और आगामी चुनावों में पार्टी की जीत के लिए सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर काम करेंगे।