Jamshedpur / Ranchi (Jharkhand) : झारखंड के उच्च शिक्षा जगत के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) ने आखिरकार राज्य के सात विश्वविद्यालयों के लिए नए कुलसचिवों (Registrar) की नियुक्ति कर दी है। इन विश्वविद्यालयों में पिछले दो से तीन सालों से कुलसचिव के पद खाली थे, जिससे प्रशासनिक कार्यों में काफी दिक्कतें आ रही थीं। अब जेपीएससी ने 29 मई को आयोजित साक्षात्कार के आधार पर इन महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति की घोषणा कर दी है।
KU को मिला नया कुलसचिव, JWU को पहली स्थाई रजिस्ट्रार
जेपीएससी द्वारा जारी सूची के अनुसार, विक्रम शर्मा को कोल्हान विश्वविद्यालय (केयू) का नया कुलसचिव नियुक्त किया गया है। वहीं, जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी (जेडब्ल्यूयू) के लिए यह नियुक्ति विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि कुमारी अंजना विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद पहली स्थाई कुलसचिव बनी हैं। रांची यूनिवर्सिटी (आरयू) में बसंत कुमार झा को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।

इसके अतिरिक्त, अन्य चार विश्वविद्यालयों में भी नए कुलसचिवों की नियुक्ति की गई है। हजारीबाग स्थित विनाबा भावे यूनिवर्सिटी में बिमल कुमार मिश्रा, बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल यूनिवर्सटी में राधानाथ त्रिपाठी, पलामू के मेदिनीनगर स्थित नीलांबर-पीतांबर यूनिवर्सिटी में नफीस अहमद और दुमका स्थित सिदो-कान्हू यूनिवर्सिटी में राजीव रंजन शर्मा को कुलसचिव बनाया गया है।
लंबे समय से अटकी थी नियुक्तियां, प्रभारी कुलसचिवों के भरोसे थे विश्वविद्यालय
इन विश्वविद्यालयों में कुलसचिवों के पद लंबे समय से खाली होने के कारण कामकाज प्रभारी कुलसचिवों के कंधों पर था। वर्ष 2023 में इन पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किया गया था, लेकिन जेपीएससी के अध्यक्ष का पद खाली होने के कारण यह प्रक्रिया अटकी हुई थी। खासकर जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में तो स्थापना के बाद से ही प्रभारी कुलसचिव ही कामकाज संभाल रहे थे। अब इन स्थाई नियुक्तियों से विश्वविद्यालयों के प्रशासनिक कार्यों में स्थिरता और गति आने की उम्मीद है। शिक्षा जगत में इस खबर से खुशी की लहर है और नए कुलसचिवों से विकास और प्रगति की उम्मीदें लगाई जा रही हैं।