पलामू : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 144 साल बाद आयोजित महाकुंभ मेले में मची भगदड़ ने झारखंड की एक महिला जान चली गई। झारखंड के पलामू जिले के रेहला थाना क्षेत्र के तोलरा गांव के अमरेश पांडेय की पत्नी 60 वर्षीय गायत्री देवी की भगदड़ में दबकर मौत हो गई। उनकी बहन तेतरी देवी गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
कैसे हुआ हादसा
गायत्री देवी अपने पति अमरेश पांडेय और अन्य रिश्तेदारों के साथ मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए सोमवार को प्रयागराज पहुंची थीं। सभी लोग मंगलवार की रात त्रिवेणी संगम के किनारे बालू पर सो रहे थे। इसी दौरान रात करीब 1:30 बजे अचानक भगदड़ मच गई। भीड़ के दबाव में गायत्री देवी नीचे गिर गईं और उनकी मौत हो गई।
परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
गायत्री देवी के पति अमरेश पांडेय ने बताया कि उनके साथ साढ़ू झूरा निवासी क्यास दुबे, साली तेतरी देवी और अन्य रिश्तेदार भी थे। भगदड़ के दौरान पुरुष सदस्य किसी तरह बच गए, लेकिन महिलाएं भीड़ में कुचली गईं। गंभीर रूप से घायल तेतरी देवी को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
गांव में छाया मातम
गायत्री देवी की मौत की खबर से उनके गांव तोलरा में शोक की लहर दौड़ गई है। परिवार के अनुसार, गायत्री देवी का एक बेटा सीआरपीएफ में तैनात है और वह भी प्रयागराज क्षेत्र में ड्यूटी पर है। गायत्री देवी का शव देर रात तक गांव पहुंचने की उम्मीद है। इधर, गढ़वा जिले के झूरा गांव में भी उनके रिश्तेदार क्यास दुबे के घर पर लोग सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। महाकुंभ 2025 में हुई इस भगदड़ ने कई परिवारों को गहरे दुख में डाल दिया है। स्थानीय प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
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