RANCHI (JHARKHAND) : पेशेंट को ऊपर वाले जबड़े का कैंसर था, जिसे डॉक्टरों ने काटकर निकाल दिया। ऊपर का तलवा कट जाने के कारण उसे बोलने में परेशानी होती थी। खाने पर उसका अंश नाक की तरफ चला जाता था। इससे मरीज को काफी परेशानी होती थी। इलाज के लिए वह मुंबई की दौड़ भी लगा चुका था। लेकिन, अब पैसे की कमी के कारण वह मुंबई भी नहीं जा पा रहा था। ऐसे में थक-हारकर वह सदर हॉस्पिटल पहुंचा। यहां डेंटल लैब में मैक्लोफेशियल आप्च्यूरेटर बनाकर उसे लगाया गया। इससे मरीज अब न केवल बोल पा रहा है, बल्कि उसे खाने में भी तकलीफ नहीं हो रही है। इतना ही नहीं ट्रीटमेंट के लिए उसने कोई चार्ज भी नहीं लिया गया, जबकि इसी ट्रीटमेंट के लिए मरीज को मुंबई स्थित टीएमएच (टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल) जाना पड़ता था। वहीं इसका इलाज कराने के लिए उसे काफी पैसे भी खर्च करने पड़ते थे। इसके साथ ही परेशानी होती थी, सो अलग। बता दें कि झारखंड के किसी भी सरकारी हॉस्पिटल में फिलहाल ये सुविधा उपलब्ध नहीं है।
प्राइवेट में 50 हजार से एक लाख तक खर्च
डेंटल सर्जन डॉ. रवि ने बताया कि किसी भी तरह के मैक्लोफेशियल प्रोस्थेसिस का एवरेज खर्च 25-30 हजार रुपये है। वहीं प्राइवेट हॉस्पिटलों में ये बढ़कर 50 हजार रुपये से एक लाख रुपये तक भी होता है। लेकिन, सदर में ये सुविधाएं सस्ती दर पर उपलब्ध हैं। वहीं कैंसर के मरीजों के लिए फ्री में ट्रीटमेंट किया जा रहा है।
कैंसर मरीजों के लिए कई सुविधाएं
सदर हॉस्पिटल वैसे भी सुविधाएं उपलब्ध कराने में पीछे नहीं है। आए दिन मरीजों को एक के बाद एक हाईटेक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। अब हॉस्पिटल में एक और नई सुविधा मरीजों को दी जा रही है। यहां ओरल कैंसर से ग्रसित मरीजों के फ्री में दांत बनाए जा रहे है। इतना ही नहीं उनका पूरा डेंचर भी फ्री में लगाया जा रहा है, ताकि रिकवर होने के दौरान मरीजों को खाने-पीने में परेशानी नहीं होगी। बता दें कि सदर हॉस्पिटल रांची राज्य का पहला डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल है, जहां पर हाईटेक डेंटल लैब तैयार किया गया है।
50 लाख की डेंटल लैब
हॉस्पिटल में लगभग 50 लाख रुपये की लागत से डेंटल लैब तैयार की गई है। जहां पर हर तरह के दांत बनाए जा रहे हैं। वहीं 200 रुपये प्रति दांत के हिसाब से कैपिंग भी की जा रही है। इसके अलावा कई अन्य मेटल के भी दांत डेंटल लैब में तैयार कर लगाया जा रहा है। डॉ. रवि राज ने बताया कि हमारे पास हर तरह के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। हमारा प्रयास है कि मरीजों को बेहतर सर्विस दें।
मेटल के भी तैयार किए जा रहे दांत
हॉस्पिटल की लैब में मरीजों की डिमांड के अनुसार दांत तैयार किए जा रहे हैं। स्टोन के अलावा सीमेंट वाले दांत भी लगाए जा रहे हैं। कई मरीज मेटल के दांत बनवा कर लगा रहे हैं। इसके लिए मरीजों के दांत की मापी ली जाती है। इसके बाद कुछ दिनों में दांत बनाकर तैयार कर दिया जाता है। फिर, मरीजों के दांत फिट कर दिए जाते हैं।
READ ALSO: RANCHI NEWS: डीसी रांची के नाम से बनाई गई फर्जी फेसबुक आईडी, जिला प्रशासन ने दी चेतावनी