लातेहार (झारखंड): झारखंड के लातेहार जिले के बारेसाढ़ के परेवाटांड़ गांव में सोमवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब ग्रामीणों ने एक विशालकाय अजगर को पुआल के ढेर में छिपा देखा। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और करीब 12 फीट लंबे और 18 किलो वजनी अजगर का सफल रेस्क्यू ऑपरेशन किया।
मिट्टी के घर जितनी मोटाई, किसी भी मवेशी को निगल सकता था
यह अजगर पलामू टाइगर रिजर्व में तैनात वनपाल परमजीत तिवारी और उनकी टीम द्वारा पकड़ा गया। टीम ने बताया कि अजगर इतना मोटा था कि मिट्टी के घरों में लगने वाली कंडी के बराबर था। यह किसी भी बकरी या छोटे मवेशी को आसानी से निगल सकता था।
रेस्क्यू टीम में शामिल रहे:
परमजीत तिवारी (फॉरेस्टर)
शेरा गुप्ता (वाइल्डलाइफर)
अमन कुमार (ट्रैकर)
मुखराज यादव और लक्ष्मण यादव (क्यूआरटी सदस्य)
आकाश कुमार (स्थानीय ग्रामीण)
रेस्क्यू के बाद अजगर को कुम्हरमारा के जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया।
वन विभाग की अपील: अजगर दिखे तो तुरंत दें सूचना
फॉरेस्टर परमजीत तिवारी ने कहा कि अगर कहीं अजगर या सांप दिखे तो डरें नहीं, तुरंत वन विभाग को सूचना दें। हमारी टीम सुरक्षित तरीके से उसका रेस्क्यू कर लेगी।
बारिश से बढ़ रहा है खतरा, जंगल जाने से पहले रहें सतर्क
पलामू प्रमंडल में बीते एक महीने से लगातार हो रही बारिश के कारण अजगर और अन्य सांपों के बिलों में पानी भर गया है। ऐसे में सांप पुआल, गीले पत्तों या घरों के आसपास की छाया में छुपकर बैठे रहते हैं, जिससे खतरा और बढ़ जाता है। भीगी पुआल या पत्तों में सांप आसानी से छुप जाते हैं। खुले में मेंढकों की भरमार से उन्हें भोजन भी मिल रहा है। ग्रामीणों और जंगल जाने वालों को सावधानी बरतने की जरूरत है। गीली ज़मीन या पुआल के पास सावधानी से चलें। किसी भी अनजान आवाज़ या हलचल को नजरअंदाज न करें। अजगर दिखने पर शोर न करें, वन विभाग को तुरंत फोन करें।