Ranchi (Jharkhand) : रांची वीमेंस कॉलेज में सोमवार को झारखंड विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (JUTAN) के बैनर तले शिक्षकों की आक्रोश सभा हुई। इसमें शिक्षक प्रतिनिधियों ने प्रोन्नति की मांग को लेकर राज्य सरकार (Jharkhand Government) और झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) पर जमकर निशाना साधा गया।
सभा में जुटान के अध्यक्ष प्रो. जगदीश लोहरा ने कहा, “कुछ ताकतें जानबूझ कर राज्य की उच्च शिक्षा व्यवस्था को कमजोर कर रही हैं। सरकार को समझना चाहिए कि बिना प्रोन्नति के शिक्षक कैसे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे सकते हैं। अगर सरकार और जेपीएससी जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाते हैं, तो झारखंड के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में तालाबंदी होगी।”
आंदोलन की श्रृंखला जारी रहेगी, ‘हल्ला बोल’ की दी चेतावनी
सभा में संयोजक डॉ. कंजीव लोचन ने कहा, “अब तक जेपीएससी के कार्यों में जो शिक्षक सहयोग कर रहे थे, वे पूर्ण रूप से असहयोग करेंगे। हम बहुत लाचारी में यह आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन अब चुप नहीं बैठेंगे।” वक्ताओं ने चेताया कि अगर 15 जुलाई तक सरकार की ओर से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला, तो 15 से 21 जुलाई के बीच रांची में “हल्ला बोल” कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसमें राज्यभर के कॉलेजों से शिक्षक भाग लेंगे।
“यह सिर्फ इन्क्रीमेंट नहीं, आत्मसम्मान की लड़ाई है”
प्रकाशन सचिव डॉ. विनय भरत ने फोन पर कहा, “अब यह केवल इन्क्रीमेंट का सवाल नहीं रह गया है, बल्कि यह हमारे आत्मसम्मान और अस्तित्व की रक्षा का संघर्ष है।” डॉ. आनंद ठाकुर ने सभा में सवाल उठाया, “आखिर हम शिक्षक कब तक इंतजार करते रहेंगे? यदि समय रहते संघर्ष नहीं छेड़ा गया, तो हमें सड़कों पर उतरना ही होगा।”
अगली सभा एसएस मेमोरियल कॉलेज में
सभा के दौरान एसएस मेमोरियल कॉलेज, रांची के शिक्षक संघ के सचिव रणजीत चौधरी ने सभी को आमंत्रित किया कि आगामी आक्रोश सभा कॉलेज परिसर में आयोजित की जाएगी।
सभा में उपस्थित शिक्षक-शिक्षिकाएं
डॉ. सीमा प्रसाद, डॉ. रीता कुमारी, डॉ. नीलू सिंह, डॉ. किरण, डॉ. स्मिता लिंडा, डॉ. मतियुर रहमान, डॉ. गणेश चंद्र बास्के, डॉ. अनुजा विवेक, डॉ. चैताली, डॉ. उर्वशी, डॉ. शशि, डॉ. सविता, डॉ. शोभना, डॉ. रोजलीना, डॉ. भारती, डॉ. पूनम, डॉ. रेणु, डॉ. रणजीत, डॉ. मीरा कुमारी, डॉ. सुरभि, डॉ. रीना भदानी, डॉ. आरती मोदक, डॉ. स्वर्णिम, डॉ. अंजू समेत अन्य शिक्षकगण।
माना जा रहा है कि अब जुटान के बैनर तले यह आंदोलन अब पूरे झारखंड में शिक्षक समुदाय की आवाज बनता जा रहा है। शिक्षकों की एकजुटता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब प्रोन्नति और सम्मान की लड़ाई को निर्णायक रूप से लड़ा जाएगा। सरकार और जेपीएससी अगर अब भी नहीं चेते, तो राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा संकट आ सकता है।
Read also : Jamshedpur Maiyan Samman Yojna: जमशेदपुर में बड़ा फर्जीवाड़ा, बिहार व बंगाल की 172 महिलाओं पर केस