RANCHI (JHARKHAND): राज्य के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल रिम्स मेंसेंट्रल लैबोरेट्री अब मरीजों को एक ही छत के नीचे सभी प्रकार की जांच सेवाएं उपलब्ध कराएगा। इस अत्याधुनिक लैब का निर्माण लगभग 75 लाख रुपये की लागत से किया गया है। जल्द ही ये लैब रिम्स को हैंडओवर कर दिया जाएगा। जिससे रिम्स में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को ब्लड सैंपल देने के लिए अलग अलग विभागों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
कई सेंटर पर देते हैं सैंपल
अब तक मरीजों को विभिन्न जांचों के लिए रिम्स परिसर के अलग-अलग विभागों और मंजिलों पर जाना पड़ता है। जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है। वहीं सैंपल और फिर रिपोर्ट लेने में पूरा दिन निकल जाता है। लेकिन अब इस सेंट्रल लैब से जांच प्रक्रिया न केवल आसान होगी, बल्कि समय की भी बचत होगी। मरीजों के अनुभव को बेहतर बनाने के उद्देश्य से यह सेंट्रल लैब आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित की जा रही है।

एक ही जगह सैंपल कलेक्शन
सेंट्रल लैब में पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी और हिस्टोपैथोलॉजी से संबंधित सभी प्रकार की टेस्ट होंगी। इसमें ब्लड, यूरीन, स्टूल और अन्य टेस्ट के साथ-साथ रासायनिक स्तर, बैक्टीरिया-वायरल संक्रमण की पहचान के अलावा कई महत्वपूर्ण सेवाएं भी एक ही स्थान पर मिलेंगी। भवन निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। अब लैब में जरूरी मशीनों का इंस्टॉलेशन किया जाना है। रिम्स को ऑटो एनालाइजर, यूरीन ऑटो एनालाइजर, कोएगुलेशन एनालाइजर और हीमेटोलॉजी एनालाइजर जैसी आधुनिक जांच मशीनों का इंतजार है। मशीनों के इंस्टॉल होने के बाद ही लैब पूर्ण रूप से फंक्शनल हो जाएगा।
24 घंटे टेस्टिंग और रिपोर्ट
सेंट्रल लैब चालू होने के बाद 24 घंटे ब्लड टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध रहेगी। मरीज कभी भी जांच करवा सकेंगे और ग्राउंड फ्लोर पर बने काउंटरों से रिपोर्ट प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही, रिपोर्ट्स को डिजिटल रूप में मोबाइल पर भी उपलब्ध कराने की योजना है जिससे मरीजों को बार-बार अस्पताल आने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इससे भी मरीजों को बड़ी राहत मिल जाएगी। सबसे बड़ी राहत की बात ये होगी कि मरीजों को रिपोर्ट के लिए अगले दिन का इंतजार नहीं करना होगा। ऐसे में उनका इलाज भी तत्काल शुरू हो जाएगा।
रिम्स के जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. राजीव रंजन ने बताया कि नई सेंट्रल लैब मरीजों के लिए राहत लेकर आएगा। अब उन्हें रिपोर्ट के लिए अलग-अलग विभागों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। ट्रेंड टेक्नीशियन और आधुनिक मशीनों की सहायता से सटीक और समय पर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे इलाज की प्रक्रिया भी तेज होगी।