हजारीबाग : जेपीएससी और सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी के खिलाफ हजारीबाग जिले के छात्रों ने तीव्र विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन मटवारी गांधी मैदान से शुरू होकर भारत माता चौक तक पहुंचा, जहां स्थिति हिंसक हो गई। शाम होते-होते छात्रों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे।
शांतिपूर्ण प्रदर्शन से उग्र विरोध तक
जिला प्रशासन के एसडीओ अशोक कुमार ने बताया कि छात्रों ने शुरुआत में शांतिपूर्ण प्रदर्शन की घोषणा की थी, जो दिन भर शांतिपूर्वक चला। लेकिन शाम के समय कुछ छात्रों ने प्रशासन पर पथराव करना शुरू कर दिया, जिससे स्थिति बिगड़ गई। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया है और उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व नियोजित प्रदर्शन और पुलिस की सख्त निगरानी
यह प्रदर्शन पूर्व नियोजित था, जो मटवारी गांधी मैदान से शुरू होकर सड़कों तक फैल गया। छात्रों ने जेपीएससी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए सड़कों पर विरोध किया। पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे और सीसीटीवी कैमरों के जरिए प्रदर्शन की निगरानी की जा रही थी। इसके बावजूद, छात्रों ने एनएच-33 पर सड़क जाम की और टायर जलाने की कोशिश की, जिसके बाद हिंसक झड़पें हुईं। इस दौरान कुछ छात्र और पुलिसकर्मी घायल हुए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
विधायक प्रदीप प्रसाद का समर्थन और चेतावनी
स्थानीय विधायक प्रदीप प्रसाद ने छात्रों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए कहा कि झारखंड के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने राज्य सरकार और संबंधित विभागों को चेतावनी देते हुए कहा कि परीक्षा लीक जैसी समस्याओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए। विधायक ने यह भी आश्वासन दिया कि वह सदन में इस मुद्दे को उठाकर छात्रों की जायज मांगों का समर्थन करेंगे।