रांची : टीबी का नाम सुनते ही लोगों की हालत खराब हो जाती है। वहीं जो इसकी चपेट में आ जाए तो उसे लगता है कि अब क्या होगा। लेकिन अब लोग इस बीमारी को लेकर जागरूक हो रहे है। वहीं स्वास्थ्य विभाग भी मरीजों की सेहत दुरुस्त करने को लेकर गंभीर है। यहीं वजह है कि अब मरीजों को पोषण डाइट के लिए दी जाने वाली राशि को 500 रुपये महीने से बढ़ाकर एक हजार रुपये कर दिया गया है। जिससे कि टीबी के मरीज सही ढंग से पोषण डाइट ले सके।
यह राशि अब सीधे मरीजों के खाते में स्थानांतरित की जा रही है। चार सालों में 47,781 टीबी मरीजों को पोषण डाइट के लिए दिए गए 4,13,27,500 रुपये दिए गए है। वहीं इतने सालों में रांची में ट्राइबल मरीजों को पोषण के लिए 97,87,500 रुपये दिया गया। बता दें कि टीबी के मरीजों को दवाएं तो विभाग की ओर से मुफ्त में उपलब्ध कराई जाती है। लेकिन प्रापर डाइट नहीं मिलने के कारण उन्हें दिक्कत होती है।
विभाग चला रहा अभियान
सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि रांची जिले में टीबी रोग की रोकथाम और इलाज के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम के तहत हम मरीजों की पहचान कर उनका इलाज कर रहे हैं। 2024 में 7,700 टीबी मरीजों का लक्ष्य मिला था और रांची जिले में 7,689 मरीजों की पहचान की। पब्लिक सेक्टर से 3,323 और प्राइवेट सेक्टर से 4,366 मरीजों की पहचान की गई। इस प्रयास के तहत टीबी मरीजों का इलाज न केवल समय पर किया गया, बल्कि टीबी के उपचार में सहायक सभी सुविधाएं पूरी तरह से निःशुल्क प्रदान की गईं।
उन्होंने यह भी बताया कि टीबी मरीजों के ठीक होने की दर 85% है, जो राष्ट्रीय औसत के अनुरूप है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि प्राइवेट में मरीज नोटिफाई करने वाले डॉक्टर को 500 रुपये दिए जाते है। वहीं इलाज पूरा होने के बाद भी डॉक्टर को 500 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है। यहीं वजह है कि अब प्राइवेट सेक्टर से मरीज ज्यादा सामने आ रहे है। वहीं मरीजों की डिटेल विभाग के पास है।
जागरूकता के लिए निकाली रैली
वर्ल्ड टीबी डे पर रांची में एक प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। जिसमें रांची जिले के टीबी सेंटर के सभी कर्मचारियों ने भाग लिया। यह फेरी सदर अस्पताल परिसर से सर्जना चौक तक आयोजित की गई। डीटीओ डॉ सिद्धेश्वर बास्की ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान लोगों को टीबी रोग के लक्षण, उपचार और इससे बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी गई।
सिविल सर्जन ने कहा कि वर्ष 2025 में देश को टीबी से मुक्त करने की योजना है। इसके लिए रांची में हर व्यक्ति तक टीबी रोग संबंधी जानकारी पहुंचाना जरूरी है। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी कर्मचारियों से अपील की कि वे घर-घर जाकर लोगों को टीबी के बारे में जागरूक करें। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी, उसमें हम सभी मिलकर काम करेंगे।
ये रहे मौजूद
मौके पर राकेश कुमार राय, संतोष कुमार, अमरेश चौधरी, फैसल अली, प्राण रंजन मिश्रा, रूपेश कुमार सहित जिला टीबी केंद्र के सभी कर्मचारी उपस्थित थे।