रांची : रांची नगर निगम ने नागाबाबा वेजिटेबल मार्केट में एक महत्वपूर्ण पहल की है, जिसमें नारियल और डाभ के अवशेषों से रस्सी व कंपोस्ट तैयार करने के लिए एक कॉइर मशीन का इंस्टालेशन किया गया है। इस मशीन के संचालन का जिम्मा अंजनी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सौंपा गया है, जो अब इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संचालित करेंगी। इस पहल का उद्देश्य न केवल बाजार में स्वच्छता बढ़ाना है, बल्कि इन अवशेषों का उपयोग करके पर्यावरण अनुकूल उत्पादों का निर्माण भी करना है।
शनिवार को निरीक्षण करने के लिए रांची नगर निगम के उप प्रशासक रविंद्र कुमार नागाबाबा वेजिटेबल मार्केट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अंजनी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात की और उन्हें मशीन के संचालन के बारे में निर्देश दिए।
मेहनत से बढ़ाए उत्पादन
रविंद्र कुमार ने महिलाओं से कहा कि वे मशीन का सुचारू रूप से संचालन करें और अधिकतम उत्पादन (मैक्सिमम आउटपुट) सुनिश्चित करने के लिए पूरी मेहनत से काम करें। उन्होंने महिलाओं से इस काम में पूरी तरह से प्रशिक्षित किए जाने का आश्वासन दिया, ताकि यह परियोजना पूरी तरह से सफल हो सके।
वार्ड सुपरवाइजरों को दिए निर्देश
इसके अलावा उप प्रशासक ने वार्ड सुपरवाइजर को यह निर्देश दिया कि वे पूरे मार्केट में नियमित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करें, ताकि वातावरण स्वच्छ और बेहतर बना रहे। उनका मानना है कि इस पहल से न केवल बाजार की स्वच्छता में सुधार होगा, बल्कि इससे बाजार के आसपास की सड़कों पर नारियल और डाभ के अवशेषों की समस्या भी खत्म हो जाएगी।
इन अवशेषों का उपयोग अब रस्सी बनाने में किया जाएगा। जिससे एक नया उत्पाद तैयार होगा। इस परियोजना का प्रभाव केवल मार्केट तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह रांची शहर में स्वच्छता और पर्यावरण के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए एक मॉडल बन सकता है।