RANCHI (JHARKHAND): सदर अस्पताल की ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद अब झारखंड सरकार रिम्स टू को देश का सर्वश्रेष्ठ अस्पताल बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है। आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत देश में पहला स्थान प्राप्त करने वाले सदर अस्पताल की तर्ज पर रिम्स टू को अत्याधुनिक सुविधाओं और सुपर स्पेशलिटी सेवाओं से लैस कर विश्वस्तरीय चिकित्सा संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने प्रेस वार्ता में कहा कि रिम्स टू हमारे स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव का प्रतीक बनेगा। यह संस्थान न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश में चिकित्सा शिक्षा और इलाज के लिए एक मॉडल बनेगा।
जटिल बीमारियों का होगा इलाज
उन्होंने बताया कि रिम्स टू परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूरा कर बेड की संख्या, विशेषज्ञ डॉक्टरों, आधुनिक उपकरणों और सुपर स्पेशलिटी सेवाओं का विस्तार किया जाएगा। यह संस्थान कैंसर, हृदय रोग, किडनी ट्रांसप्लांट, न्यूरो सर्जरी, कार्डियोलॉजी जैसी जटिल बीमारियों के इलाज में उत्कृष्टता प्राप्त करेगा।रिम्स टू में ग्रामीण व गरीब मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर नि:शुल्क और गुणवत्तापूर्ण इलाज मिलेगा। इस परियोजना के तहत मेडिकल एजुकेशन की गुणवत्ता को भी बढ़ाया जाएगा, जिससे झारखंड के विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय शिक्षा मिलेगी।
सदर अस्पताल से देश में झारखंड का नाम रोशन
डॉ. अंसारी ने कहा कि जैसे सदर अस्पताल ने देश में झारखंड का नाम रोशन किया, वैसे ही रिम्स टू के माध्यम से राज्य को स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार सभी जिलों में इस मॉडल को दोहराएगी ताकि ‘निरामय झारखंड’ का सपना साकार हो सके। प्रेस वार्ता के दौरान अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के प्रबंध निदेशक अबू इमरान भी उपस्थित रहे। मंत्री ने बताया कि सदर अस्पताल में अब 44 निजी डॉक्टर सेवा दे रहे हैं जो निःस्वार्थ भाव से मरीजों की सेवा में समर्पित हैं। उन्होंने अस्पताल के समस्त चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को देश में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने पर हार्दिक बधाई भी दी।
104 निजी डॉक्टर इंपैनल
अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने जानकारी दी कि रांची सदर अस्पताल ने अब तक दो लाख से अधिक आयुष्मान कार्डधारकों को नि:शुल्क उपचार प्रदान किया है। इसके अतिरिक्त, अस्पताल में सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं प्रारंभ हो चुकी हैं, जिनमें हृदय, छाती, किडनी रोग जैसे गंभीर बीमारियों के विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध हैं। वर्तमान में अस्पताल में 25 सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर, 7 विशेषज्ञ चिकित्सक, 12 मेडिकल ऑफिसर निजी तौर पर इंपैनल्ड है। राज्य में 104 निजी डॉक्टरों को आयुष्मान योजना के अंतर्गत इंपैनल्ड किया गया है। बाइक एंबुलेंस सेवा शीघ्र शुरू की जाएगी, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों तक त्वरित स्वास्थ्य सुविधा पहुँचेगी। सदर अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाने की प्रक्रिया पर कार्य हो रहा है। रिम्स टू परियोजना निश्चित रूप से पूरी होगी और एक विश्वस्तरीय चिकित्सा संस्थान के रूप में विकसित होगी।